शिकायत सीएमएचओ या कलेक्टर को करें: प्राइवेट लैब पर जांच कराने को मजबूर हैं मरीज : श्रीवास्तव

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मंदसौरएक घंटा पहले

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श्रीराम युवा सेना के प्रदेश अध्यक्ष सरदार कुणाल श्रीवास्तव ने बताया कि शासन द्वारा मंदसौर के जिला चिकित्सालय में करीब 200 प्रकार की जांचें निःशुल्क की जा रही है। जानकारी के अभाव तथा चिकित्सकों द्वारा स्वार्थ सिद्धि के चलते ये जांचें प्राइवेट लैब पर करवाई जाती हैं जिससे मरीजों के परिजन को आर्थिक नुकसान झेलना पड़ता है। श्रीवास्तव ने बताया कि जिला चिकित्सालय में 10 रुपए पर्ची मरीजों की काटी जाती है। इस पर डॉक्टर के कहने पर जिला चिकित्सालय में सभी तरह की जांच करने हेतु स्टाफ व मशीनें उपलब्ध हैं।

शासन द्वारा करोड़ों रुपए खर्च कर यहां जांच मशीनें लगाई गई हैं तथा स्टाफ को भी रखा है लेकिन इसकी जानकारी आम लोगों को नहीं रहती। वहीं चिकित्सक भी कमीशन के चक्कर में मरीजों को जिला चिकित्सालय में नहीं भेजते हुए प्राइवेट लैब भेजते हैं। जहां मनमाना शुल्क मरीजों के परिजन से वसूला जाता है। शासन शासकीय लैब से हुई जांच को ज्यादा अधिकृत मानता है जबकि प्राइवेट लैब से की हुई जांच को मान्यता नहीं देता है।

जैसा कि विगत कोरोनाकाल में देखने में आया था कि प्राइवेट लैब से कोरोना के मरीज पाॅजीटिव पाए जाने पर भी उनकी गिनती सरकार नहीं कर रही थी। वैसा ही अभी भी डेंगू बीमारी में देखने को मिल रहा है। श्रीवास्तव ने बताया जरूरत पड़ने पर जांच शासकीय चिकित्सालय में ही कराएं। अगर जांच नहीं होती है तो इसकी शिकायत सीएमएचओ या कलेक्टर को करें ताकि आर्थिक हानि से बच सकें।

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