Chhattisgarh

शासन की योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन के लिये राज्यपाल ने दिये आवश्यक दिशा निर्देश

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट

राजनांदगांव – महामहिम राज्यपाल रमेन डेका की अध्यक्षता में आज राजनांदगांव के कलेक्टोरेट सभाकक्ष में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक आयोजित की गई। बैठक में राज्यपाल ने जिले में शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन , जिला प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न कार्यों एवं अभियान के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि जल है तो हम हैं , जल संरक्षण के लिये रेन वाटर हार्वेस्टिंग को बढ़ाने की आवश्यकता है। जल संरक्षण के लिये जनसामान्य को प्रेरित करें तथा पानी व्यर्थ ना बहे इस बात का विशेष ध्यान रखें।

उन्होंने कहा कि जिले में मिशन जल रक्षा अभियान के तहत जल संरक्षण की दिशा में बहुत अच्छा कार्य किया जा रहा है। उन्होंने जिले में सिंचाई , भू-जल स्तर , जैविक कृषि प्रोत्साहन , नवाचार के संबंध में गहन चर्चा की। उन्होंने कहा कि किसानों को जैविक खेती से बहुत फायदा मिलेगा , इसके लिये विशेष तौर पर कार्य करने की जरूरत है। जैविक कृषि में किसानों के विकास की असीम संभावनायें है , हमें इस दिशा में कार्य करते हुये किसानों को समृद्ध बनाने के लिये कार्य करना है और उनकी मदद करनी है। कृषि तथा वन दो ऐसे क्षेत्र हैं , जिनमें ग्रामीण विकास की महत्वपूर्ण भूमिका है। उन्होंने कृषि विभाग के अधिकारी से कहा कि किसानों से लगातार मिलते रहें और उन्हें जैविक खेती के लिये प्रोत्साहित करें। उन्हें नवीनतम तकनीक तथा नवाचार के संबंध में जानकारी देते रहे और उनकी मदद करें।

राज्यपाल डेका ने इजराईल की पाली हाऊस टेक्नोलाजी के संबंध में जानकारी देते हुये कहा कि जिले में पाली हाऊस के माध्यम से उद्यानिकी फसलों को बढ़ावा दें। उन्होंने असम के ऐसे किसानों के बारे में जानकारी साझा की , जिन्होंने खेती-किसानी के माध्यम से बहुत तरक्की की है। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि प्रतिबद्धतापूर्वक कार्य करें , उन्होंने शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन के लिये आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये। राज्यपाल रमेन डेका ने जिले में टीबी के संबंध में चल रहे अभियान निक्षय निरामय छत्तीसगढ़ 100 दिवसीय पहचान एवं उपचार के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि टीबी मुक्त जिले की दिशा में आगे बढऩे की जरूरत है। उन्होंने राजभवन की ओर से गरीब एवं जरूरतमंदों को सहयोग देने की बात कही। उन्होंने कहा कि जनसहभागिता से टीबी मुक्त जिले की दिशा में आगे बढऩा है और सभी से सहयोग लेना है। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा किये जा रहे कार्यों के संबंध में जानकारी ली तथा जिला प्रशासन द्वारा चलाये जा रहे गंभीर कुपोषित बच्चों को सुपोषण की श्रेणी में लाने के लिये चलाये जा रहे पोट्ठ लईका अभियान की सराहना की। उन्होंने जिले में आंगनबाड़ी भवनों की स्थिति , बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ अभियान के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि नशीले पदार्थ बच्चों एवं युवाओं के लिये बहुत घातक है। हमारे देश एवं समाज के लिये यह व्यसन एक बुराई है। हमें नशीले पदार्थों के अन्य राज्यों से अवैध रूप से आने वाले गांजा , चरस , कोकीन पर रोक लगाने की जरूरत है। बच्चों एवं युवाओं को नशीले पदार्थों की गिरफ्त से दूर रखना है। उन्होंने कहा कि पुनर्वास केन्द्रों में ऐसे ड्रग्स के दुष्प्रभाव से बच्चों एवं युवाओं का ईलाज करने एवं उन्हें ड्रग्स के दुष्प्रभाव से दूर रखने की जरूरत है। उन्होंने जिले में चलाये जा रहे त्रिनेत्र योजना के संबंध में जानकारी ली। उन्होंने जनसहभागिता से सीसीटीवी कैमरा के जरिये अपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाने के कार्य की प्रशंसा की। इस दौरान विभिन्न विभागों के अधिकारियों से विभागीय योजनाओं एवं कार्यक्रमों के संबंध में चर्चा की गई। इस अवसर पर राजनांदगांव के आईजी दीपक झा , राज्यपाल की संयुक्त सचिव श्रीमती हीना अनिमेष नेताम , जिले के कलेक्टर संजय अग्रवाल , पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग सहित प्रशासनिक अधिकारी एवं अन्य विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।

Related Articles

Back to top button