शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में विवाद: हरदा के खिलाड़ियों ने किया बायकॉट, कराटे में नियमों को दरकिनार करने के लगाए आरोप

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बैतूल4 घंटे पहले
बैतूल में आयोजित 66 वी संभाग स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता में शुक्रवार को जमकर विवाद हुआ। इस प्रतियोगिता में संभाग के तीन जिलों के कराटे खिलाड़ियों के बीच मुकाबले होना था। लेकिन विवाद के चलते हरदा जिले के खिलाड़ियों ने खेल में धांधली का आरोप लगाते हुए टूर्नामेंट का बायकॉट कर दिया। बाद में समझाइश के बाद खिलाड़ियों ने खेल में हिस्सा लिया।
एक ही जगह के रैफरी बैठाने पर विवाद
इस प्रतियोगिता में संभाग के बैतूल, नर्मदापुरम, और हरदा के खिलाड़ी भाग ले रहे थे। यहां रैफरियों के हस्तक्षेप को लेकर विवाद हो गया। हरदा के कराटे प्रशिक्षक रितेश तिवारी ने आरोप लगाया कि कराटे मैच के दौरान बैतूल के तीन खिलाड़ियों को रैफरशिप के लिए बैठा दिया गया है। जबकि ऐसा नहीं होता है। एक ही स्थान के एक से ज्यादा रैफरियों को मैच खिलाने के लिए नहीं बैठाया जाता। जब दो झंडे निकलते हैं तो स्कोर हो जाता है।

यहां तीन झंडे निकलने के बाद भी स्कोर नहीं दिया जा रहा है। इस पर आपत्ति लिए जाने पर उन्हें कहा जा रहा है कि वह बीच में कुछ ना बोलें। वह 47 खिलाड़ी लेकर बैतूल पहुंचे थे। उनमे से सिर्फ 10 से 12 खिलाड़ी जीते हैं। जबकि उनके जिले से कई नेशनल खेलने वाले खिलाड़ी भी टीम में शामिल है। इन अनियमितताओं के कारण उन्होंने टूर्नामेंट का बायकॉट कर दिया है।
गलत डिसीजन से हार रहे बच्चे
टूर्नामेंट में नर्मदा पुरम से पहुंचे जिला कराटे कोच रवि साहू ने भी यहां खेले जा रहे मैच में को लेकर अपनी आपत्ति दर्ज की। उन्होंने कहा कि यहां पर गलत डिसीजन से उनके बच्चे हार रहे हैं। इससे बच्चों का नुकसान हो रहा है। जिस जिले की फाइट होगी। उस जिले के एक-एक रैफरी को बैठाया जा सकता है। जिस जिले का प्लेयर नहीं होता वहां के दो रैफरी बैठाए जा सकते हैं। लेकिन यहां ऐसा नहीं किया जा रहा है। यहां अच्छे खिलाड़ी भी हारे दिखाए जा रहे हैं। वे 30 बच्चों को लेकर बैतूल पहुंचे थे।
विवाद नही कोच के बीच की टसल
इसी बात को लेकर जिला खेल अधिकारी धर्मेंद्र पवार ने भास्कर को बताया कि यह सब कोच के बीच की टसल है। उन्होंने कहा कि हरदा के कराटे प्रशिक्षक के बायकॉट की कोई वजह नहीं है । सभी मैचों में बैतूल हरदा और नर्मदा पुरम के रैफरी को बैठाया गया है। जजों का जो फैसला होता है वही माना जाता है।
इस मामले में बैतूल के खेल जानकारों की समझाइश और हस्तक्षेप के बाद दोबारा मैच कराए गए।जिसमे हरदा जिले के 4 खिलाड़ियों का और सलेक्शन हुआ। हरदा के 20 खिलाड़ी चयनित हुए है। इस प्रतियोगिता में बैतूल के 70,नर्मदापुरम के 30 जबकि हरदा के 47 खिलाड़ियों ने हिस्सा लिया।
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