शहर के बाहर नहीं आबादी के बीच डलता रहेगा कचरा: बजट की कमी के कारण किदवई वार्ड के तीन हजार लोगों के स्वास्थ्य से समझौता

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बैतूलएक घंटा पहलेलेखक: अंशुल शुक्ला
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किदवई वार्ड और गोठाना के वासियों को अब ट्रेंचिंग ग्राउंड पर हाेने वाले कचरे, गंदगी, बदबू से जल्द निजात नहीं मिलने वाली है। क्योंकि गोठाना से कढ़ाई गांव के समीप झगड़िया की 10 एकड़ जमीन पर शिफ्ट होने वाला ट्रेंचिंग ग्राउंड अब नहीं बनेगा। नपा अब गोठाना के पुराने ट्रेंचिंग ग्राउंड पर ही पूरा कचरा डंप करेगी।
कढ़ाई गांव ट्रेंचिंग ग्राउंड शिफ्ट करने की योजना में मुख्य सड़क से दूरी और अप्रोच सड़क निर्माण में 4 करोड़ का खर्च आने के कारण पूरे प्रोजेक्ट पर पानी फिर गया है। कचरा वाहनों के जाने के लिए मुख्य सड़क से कनेक्टिविटी वाली 2 किमी लंबी सीसी सड़क बनाने का खर्च प्रोजेक्ट की 6 करोड़ की लागत के लगभग बराबर आ रहा है। इस कारण नगर पालिका ने ट्रेंचिंग ग्राउंड को गोठाना से कढ़ाई शिफ्ट नहीं करने का निर्णय लिया। ऐसे में लंबे समय से कचरा ग्राउंड शिफ्ट होने की राह देख रहे लोगों की उम्मीदों पर पानी फिर गया है।
राेज डाल रहे 40 टन कचरा
शहर में लगभग 25000 मकान हैं, इसके अलावा बाजार क्षेत्र अलग है। इन मकानों से रोजाना 40 टन कचरा निकलता है, नगरपालिका 33 वाहनों से इस कचरे को गाेठाना में रोजाना डालती है। यहां लगातार डाले जाने के कारण कचरा बढ़ता जा रहा है। ट्रेंचिंग ग्राउंड की जमीन पर अक्सर आग लगती रहती है। हाल ही में आग लगने के बाद काफी मात्रा में धुआं फैला था। जिसके कारण आसपास के लोग लंबे समय तक परेशान रहे थे।
गाेठाना में 6 करोड़ से शेड, नाडेफ टांके, कचरा नष्ट करने की मशीनें लगेंगी
वर्तमान में पूरे शहर का कचरा किदवई वार्ड में बसाहट के बीच 8 एकड़ के गोठाना ग्राउंड पर कचरा डाला जाता है। इस कारण आसपास के लोगों को बहुत ज्यादा परेशानी हो रही है। कचरे से उठती मक्खियों, बदबू, समय-समय पर यहां लगने वाली आग और धुएं, आवारा कुत्ते और कौवा के उठाकर लाए हुए मांस के टुकड़े से उन्हें परेशानी होती है। पूर्व में इस क्षेत्र के रहवासी 12 बार आंदोलन और चक्का जाम कर चुके हैं। स्टेट हाइवे 43 बैतूल परासिया रोड का रास्ता कई बार रोक चुके हैं। इन विरोध को देखकर नगर पालिका ने शहर से 12 किमी दूर कड़ाई गांव के पास ट्रेंचिंग शिफ्ट करने 6 कराेड़ की खर्च करने की प्लानिंग की थी। लेकिन 2 किमी सीसी सड़क बनाने में 4 करोड़ रुपए का खर्च आ रहा है। लेकिन ग्रामीण अंचल में वन क्षेत्र से सटे इस जमीन पर नपा नियमानुसार सड़क का निर्माण नहीं कर सकती है। इसलिए नपा ने इस प्लान को कैंसिल कर दिया है। अब छह करोड़ से वर्तमान कचरा ग्राउंड में शेड, नाडेफ टांके, कचरा नष्ट करने की मशीनें लगाई जाएंगी।
लाेगाें की मांग : शिफ्ट होना चाहिए ट्रेंचिंग ग्राउंड
ट्रेंचिंग ग्राउंड के समीप रहने वाले केके दुबे, अशोक बेंदुरे, हेमराज वाईकर समेत अन्य ने बताया कि ट्रेंचिंग ग्राउंड को हटाने के लिए वह कई बार मांग कर चुके हैं। इस ग्राउंड को यहां से हटाकर शहर के बाहर शिफ्ट किया जाना चाहिए। हमें कई बार आश्वासन मिले हैं लेकिन समस्या का हल नहीं हुआ, यदि जमीन शहर के बाहर मिल गई है तो इससे शहर के बाहर शिफ्ट किया जाना चाहिए।
इतनी राशि ग्रामीण क्षेत्र में सड़क बनाने पर खर्च नहीं कर सकते
“कढ़ाई में 6 करोड़ की लागत से 10 एकड़ जमीन पर ट्रेंचिंग ग्राउंड बनाकर कचरा निपटारे का काम किया जाना था, लेकिन इस अप्रोच रोड नहीं है। जमीन तक पहुंचने के लिए 2 किलोमीटर सीसी सड़क निर्माण करना पड़ रहा है, जिसकी लागत 4 करोड़ रुपए आ रही है। ग्रामीण अंचल में सड़क निर्माण पर इतना खर्च नहीं किया जा सकता है। इसीलिए गोठाना के ट्रेंचिंग ग्राउंड को अब इस राशि से डेवलप किया जाएगा।”
-अक्षत बुंदेला, सीएमओ, नपा बैतूल
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