शहडोल एडीजीपी से शिकायत: धनपुरी टीआई ने 2 लाख रुपए मांगे, दी धमकी- नहीं दिए तो 50 किलो गांजा केस में फंसा दूंगा

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शहडोल35 मिनट पहले
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जिले के धनपुरी थाने में तैनात थाना प्रभारी पर रिश्वत लेने और थाने में बुलाकर मारपीट करने जैसे गंभीर आरोप एक व्यक्ति ने लगाए हैं। उसने इस मामले की शिकायत एडीजीपी दिनेश चंद्र सागर से की है। थाना प्रभारी पर एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट जैसे झूठे मामले में फंसाए जाने का आरोप भी लगाया है।
मामले की शिकायत केशव मिश्रा पिता दीप नारायण मिश्रा, वार्ड क्रमांक 16, सरईकापा, थाना निवासी ने की है। एडीजीपी को दिए शिकायत पत्र में उन्होंने बताया कि उनके भाई अजय मिश्रा को एनडीपीएस और आर्म्स एक्ट के झूठे मुकदमे में धनपुरी पुलिस ने फंसाया है। अजय को थाने में सरेंडर करवा दिया था। सरेंडर करवाने के बावजूद थाना प्रभारी रत्नांबर शुक्ला ने उन्हें थाने बुलाकर 2 लाख रूपये मांगे। उन्होंने धमकी दी कि अगर 2 लाख रुपए नहीं देते हो, तो तुमको 50 किलो गांजे में फंसा दूंगा।
थाना प्रभारी ने लाठी-डंडों से पीटा
शिकायतकर्ता ने बताया कि मैंने रुपए नहीं दिए तो मुझे 21 अक्टूबर को लगभग दोपहर 2 बजे आरक्षक अजय भाथम का फोन आया। उसने मुझे जल्दी थाने आने को कहा। मैं अपने खेतों का काम करने के बाद घर वालों को बिना सूचना दिए थाना चला गया। जहां पहुंचते ही थाना प्रभारी रत्नांबर शुक्ला और अजय भाथम ने लाठी-डंडों व लात से मारपीट की। इस बीच दोबारा रुपए की मांग की और धमकी दी गई। इतना ही नहीं लेबर पेमेंट के लिए रखे हुए रुपए भी छीन लिए।
बिना मुकदमे के हथकड़ी लगाकर थाने में बैठाए रखा
उन्होंने मेरा फोन भी छीन लिया और रात 8:00 बजे तक बिना किसी मुकदमे के हथकड़ी लगाकर थाने में बैठाए रखा। मैं थाना बुढ़ार में शिकायत करने गया, तो वहां मेरी शिकायत नहीं लिखी गई। उन्होंने मुझे भगा दिया। संबंधित मामले की शिकायत एडीजीपी से करते हुए शिकायत पत्र की प्रतिलिपि प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को भी भेजी है। पीड़ित ने संबंधित मामले में उचित कानूनी कार्रवाई किए जाने की मांग की है।
थाना प्रभारी ने नहीं उठाया फोन
इस मामले में थाना प्रभारी का पक्ष जानने का भी प्रयास किया। उन्हें फोन भी लगाया, लेकिन उनका फोन नहीं उठा और उनका पक्ष नहीं लिया जा सका है।
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