एंबुलेंस के सायरन से सिहर उठता है ये गांव: लपटों ने ऐसा रुलाया कि 200 घंटे बाद भी नहीं सूखे आंसू…

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खरगोन22 मिनट पहले

26 अक्टूबर 2022…ये वो काली रात थी जिसे खरगोन जिले के अंजनगांव के लोग कभी याद नहीं करना चाहेंगे। इस रात लगभग 3 बजे बिलाली- मोगरगांव रोड पर हुए टैंकर ब्लास्ट में इस गांव के कई परिवारों के लोग, उनसे जुड़े सपने तक जलकर खाक हो गए। इस हादसे में किसी ने अपने पति, पिता, तो किसी ने भाई-बहन और बेटों को खो दिया। हादसे में हुए ब्लास्ट की गूंज एक सप्ताह बाद भी अंजनगांव के घरों में सुनाई दे रही है…और ये शोर है रोने का, ये दुख है अपनों को खोने का…

अंजनगांव पहुंचे भास्कर रिपोर्टर ने जब रोते बिलखते अपनों को खो देने वाले को देखा तो वो भी स्तब्ध रह गए…अपनों को खोने के देने का दुख इन लोगों के लिए बयां कर पाना भी मुश्किल था…ऐसे में रोते हुए रुंधी सी आवाज में परिजनों ने अपने लोगों के चले जाने का दर्द बयां किया…

हादसे में अपने बेटे और पति को खो चुकी गेंदली बाई बोली दीपावली पर ये हादसा जीवन में अंधेरा कर गया। बेटा राहुल पढ़ाई में होशियार था। उसके10वीं में 82 प्रतिशत बनाए थे। राहुल का सपना डॉक्टर बनकर बहन पिंकी को भी अच्छी पढ़ाई करवाना चाहता था। अब इनके और बेटे के जाने के बाद मैं क्या करूंगी…अब गेंदली बाई के परिवार में एक बेटी पिंकी और एक बेटा संदीप बचा है।

घर के चिराग ही न रहे-हादसे में बेटे और दामाद को खोया

हादसे में कला बाई के बेटे मुन्ना और दामाद हीरालाल की मौत हो गई। एक बेटा बादल भी हादसे में घायल हो गया है। उसका इलाज इंदौर में चल रहा है। कला बाई के परिवार को चलाने वाले दामाद और बेटे इस हादस में चले गए। वो बताती है पति भावसिंह को दिखाई नहीं देता। बेटे और दामाद की मौत के बाद उनका जीवन अधूरा-सा हो गया है।…

छूटा पत्नी का साथ, निभानी होगी मां की भी जिम्मेदारी

गांव के प्रकाश ने इस दर्दनाक हादसे में पत्नी सुरमा बाई को खो दिया। प्रकाश के चार बच्चे है जिनमें से 13 वर्षीय बेटी शिवानी भी इस हादसे घायल हो गई थी, जिसका इलाज चल रहा है और बाकी सिमरन(9 साल), आकाश(4 साल) और अमृता(2 साल) सुरक्षित है। फिलहाल सभी बच्चों की देखभाल दादा-दादी और परिवार के अन्य सदस्य कर रहे है। पत्नी के जाने के बाद अब उन्हें दोहरी जिम्मेदारी निभाना पड़ेगी। अब बच्चों को पिता के प्यार के साथ मां का दुलार भी देना होगा।

पति का सपना था कि बेटी की शादी धूमधाम से करेंगे

पति सपना था कि बड़ी बेटी किरण की शादी धूमधाम से करुंगा, लेकिन बेटी के हाथ पीले किए बगैर ही परिवार और बेटी के सिर से पिता का साया हट गया। सहमी और रुंधी सी आवाज में अपने पति रमेश को खो चुकी पारू बाई ने ये बात कही…उनके चार बच्चे हैं जिसमें तीन बेटियां और एक बेटा है। पति के जाने के बाद पारु बाई चिंतित है। भविष्य को लेकर परेशान भी…पर वो अपना दर्द छूपाकर बच्चों को संभालने के साथ ही हिम्मत भी दे रही हैं।

एंबुलेंस के सायरन ले सहम जाते हैं गांव के लोग

हादसे के बाद पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है। यहां फिलहाल आधिकारियों के आवाजाही के साथ ही एंबुलेंस के सायरन सुनाई दे रहे हैं। ग्रामीण अब एबुंलेंस की आवाज सुनकर सहम जाते हैं। एक सप्ताह पहले हुए हादसे में मरने वालों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। इस फालिया में रहने वाले अधिकांश परिवार आपस में रिश्तेदार है।

यह टैंकर हादसा बिलाली मोगरगांव मार्ग पर ग्राम अंजनगांव के मोड़ फलिया में हुआ। इस फलिया में कुल 30 मकान है। जिसमें से 18 घरों के रहवासी इस हादसे की चपेट में आए हैं। मोड़ फालिया की आबादी करीब 350 से 400 के आसपास है।

अब तक 13 लोगों की मौत

खरगोन में 26 अक्टूबर को हुए टैंकर ब्लास्ट हादसे के बाद झुलसे 17 लोग इंदौर के एमवाय अस्पताल में भर्ती हुए थे। ये घायल एक के बाद एक दम तोड़ते जा रहे हैं। घायलों में से 12 की मौत इलाज के दौरान हो चुकी है। वहीं 6 लोग अब भी वहां भर्ती हैं। ये सभी हादसे में 50 से 100 प्रतिशत तक जल गए थे। आज बुधवार को एक और महिला की मौत हो गई। बता दें कि इस हादसे में अब तक कुल 13 लोगों की जान जा चुकी है। यहां पढ़े पूरी खबर

आंखों के सामने जलकर कंकाल हुई बहन:सिर्फ खोपड़ी मिली

घर से पानी भरने गई एक युवती पेट्रोल टैंकर में हुए ब्लास्ट की आग में जलकर खाक हो गई। उसकी दूसरी बहन 100% जल चुकी थी। अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया। हादसे में घायल कई लोग अस्पताल में भर्ती हैं।

‘वो हल्के गड्‌ढे में खड़े होकर जलता पेट्रोल टैंकर देख रही थी। दूसरे लोग भी ऊपर ही खड़े थे, तभी टैंकर में ब्लास्ट हुआ। पूरा पेट्रोल उड़कर गड्‌ढे में भर गया। गड्‌ढे के पेट्रोल से आग बड़ा गोला बन गई। गुड़िया उसी गड्‌ढे में ही फंस गई। वह चीखते हुए पलभर में खाक हो गई। जैसे कोई कागज का टुकड़ा जलता है। उसका सिर्फ कंकाल बचा। उसके तो इसी साल हाथ पीले करने वाले थे, हमें तो हाथ भी साबुत नहीं मिला, सिर्फ खोपड़ी मिली। पढ़े पूरी खबर

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