Chhattisgarh

उदयमान सूर्य को अर्घ्य के साथ सम्पन्न हुआ छठ महापर्वकुसमुंडा के आदर्श नगर छठ घाट पर उमड़ा जनसैलाब, गूंजे छठी मइया के गीत

कोरबा। कुसमुंडा के आदर्श नगर छठ घाट में मंगलवार सुबह उदयमान सूर्य को अर्घ्य अर्पित करने के साथ ही लोक आस्था का महापर्व छठ पूजा संपन्न हो गया। तड़के से ही घाटों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। व्रती महिलाएं गाजे-बाजे और पारंपरिक छठी गीतों के साथ विधि-विधानपूर्वक पूजा-अर्चना के लिए घाटों तक पहुंचीं।

व्रतधारी महिलाओं ने अपने परिवारजनों के साथ जल में खड़े होकर सूर्य देव को दूध, जल, फूल और फल अर्पित कर उगते सूर्य को अर्घ्य दिया। जैसे ही सूर्य की पहली किरण जल पर पड़ी, पूरा वातावरण भक्ति और उल्लास से भर उठा। घाटों पर आतिशबाजी और पारंपरिक गीतों की मधुर ध्वनि से वातावरण और भी पावन हो गया।

व्रती विकेश झा ने बताया कि छठ पर्व मुख्य रूप से बिहार और पूर्वांचल क्षेत्र का प्रमुख पर्व है, किंतु अब यह छत्तीसगढ़ में भी श्रद्धा और भक्ति के साथ बड़े पैमाने पर मनाया जाने लगा है। उन्होंने बताया कि इस पर्व की शुरुआत ‘नहाय-खाय’ से होती है, उसके बाद ‘खरना’ का आयोजन किया जाता है, और अंतिम दिन उदयमान सूर्य को अर्घ्य देने के साथ पर्व का समापन होता है।

उन्होंने कहा कि छठी मैया की उपासना से संतान सुख, आरोग्य और पारिवारिक समृद्धि की प्राप्ति होती है। व्रतधारी महिलाएं 36 घंटे तक निर्जला उपवास रखती हैं और पूरी रात जागरण कर भगवान सूर्य और छठी मैया की आराधना में लीन रहती हैं।

आदर्श नगर छठ घाट पर इस अवसर पर श्रद्धा और भक्ति का अद्भुत संगम देखने को मिला। पूरे आयोजन के दौरान शांति और सौहार्द का वातावरण बना रहा।

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