वेदांता का मुनाफा 13% बढ़कर 5,000 करोड़ रुपये हुआ

वेदांता लिमिटेड ने अपनी पहली तिमाही के परिणाम घोषित किए हैं, जिसमें कंपनी ने मजबूत वित्तीय प्रदर्शन किया है। वेदांता का शुद्ध लाभ साल-दर-साल 13% बढ़कर 5,000 करोड़ रुपये हो गया है, जो अब तक का सर्वोच्च पहली तिमाही एबिट्डा है। कंपनी का एबिट्डा मार्जिन 35% रहा, जो पिछली 13 तिमाहियों में सबसे अधिक है।
वित्तीय प्रदर्शन
वेदांता का कंसोलिडेटेड रेवेन्यू सालाना आधार पर 6% बढ़कर 37,434 करोड़ रुपये रहा। कंपनी की लिक्विडिटी तिमाही-दर-तिमाही 7% और साल-दर-साल 33% बेहतर हुई, कैश और कैश इक्विवेलेंट 22,137 करोड़ रुपये पर पहुँच गया। वेदांता का रिटर्न ऑन कैपिटल एम्प्लॉईड (आरओसीई) सालाना आधार पर 87 बीपीएस बढ़कर 25% हो गया।
उत्पादन और क्षमता
कंपनी ने 587 किलोटन पर रिकॉर्ड तिमाही एल्यूमिना उत्पादन दर्ज किया, जो 9% की वृद्धि दर्शाता है। वेदांता के जिंक इंटरनेशनल उत्पादन में 50% सालाना वृद्धि देखी गई, जबकि जिंक इंडिया ने पहली तिमाही में अब तक का सबसे अधिक खनन धातु उत्पादन दर्ज किया। फेरोक्रोम अयस्क उत्पादन साल-दर-साल 35% बढ़ा और कॉपर कैथोड उत्पादन साल-दर-साल 119% बढ़ा।
नवीकरणीय ऊर्जा और ईएसजी पहल
वेदांता ने नवीकरणीय ऊर्जा वितरण समझौतों (पीडीए) के तहत 1906 मेगावाट स्थापित क्षमता लागू की है। कंपनी ने ईएसजी नेतृत्व में भी शानदार प्रदर्शन किया है, जिसमें हिंदुस्तान जिंक को ईएसजी प्रदर्शन के लिए वैश्विक स्तर पर शीर्ष 1% में स्थान मिला है।
भविष्य की योजनाएं
वेदांता के चेयरमैन श्री अनिल अग्रवाल ने कहा कि कंपनी आने वाले वर्ष में मजबूत प्रदर्शन जारी रखेगी। उन्होंने कहा कि दूसरी तिमाही में लांजीगढ़ में ट्रेन-II का कमीशनिंग, बालको में 435 किलोटन स्मेल्टर क्षमता और 1,300 मेगावाट की नई थर्मल पॉवर क्षमता का परिचालन शुरू होना, कंपनी को पूरे वित्त वर्ष की गाईडंस को हासिल करने में सक्षम बनाएगा।
क्रेडिट रेटिंग
वेदांता की क्रेडिट रेटिंग को क्रिसिल और आईसीआरए दोनों ने एए स्तर पर पुनः पुष्टि की है, जो कंपनी की वित्तीय मजबूती और विकास पथ में बाजार के विश्वास को दर्शाता है।
लाभांश
कंपनी ने 7 रुपये प्रति शेयर का अंतरिम लाभांश दिया है, जो शेयरधारकों को कंपनी के प्रदर्शन में भागीदार बनाने के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।