Chhattisgarh

वेदांता एल्युमीनियम और आईसीएआर-सीटीसीआरआई के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर

रायपुर, 18 जुलाई । भारत की सबसे बड़ी एल्युमीनियम उत्पादक कंपनी, वेदांता एल्युमीनियम ने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद- केंद्रीय कंद फसल अनुसंधान संस्थान (आईसीएआर-सीटीसीआरआई) के साथ एक ऐतिहासिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं। इस साझेदारी का उद्देश्य रेड मड के अभिनव उपयोग के माध्यम से सस्टेनेबल कृषि और वनीकरण को बढ़ावा देना है।

समझौता ज्ञापन के उद्देश्य
इस समझौता ज्ञापन के तहत, वेदांता एल्युमीनियम और आईसीएआर-सीटीसीआरआई रेड मड को पोषक तत्वों से भरपूर विकास माध्यम में बदलने के लिए मिलकर काम करेंगे, जिससे खेती, भूमि पुनर्स्थापन और पूर्ववर्ती रेड मड भंडारण क्षेत्रों के वनीकरण की इसकी क्षमता का दोहन हो सके।

साझेदारी के लाभ
इस साझेदारी से निम्नलिखित लाभ होने की उम्मीद है:

  • मिट्टी के स्वास्थ्य में सुधार
  • फसल उत्पादकता में वृद्धि
  • पारिस्थितिक बहाली में सहयोग
  • रेड मड के सुरक्षित और टिकाऊ उपयोग को बढ़ावा देना

वेदांता एल्युमीनियम की सीएसआर पहल
वेदांता एल्युमीनियम ने पहले ही एल्यूमिना शोधन के दौरान बॉक्साइट अवशेष (रेड मड) को कम करने के लिए एक अभूतपूर्व प्रक्रिया विकसित की है, जो एल्यूमिना की पैदावार बढ़ाती है और ऊर्जा की खपत को कम करती है। कंपनी ने ज़ीरो लिक्विड डिस्चार्ज प्राप्त करने और सूखे अवशेषों को सुरक्षित रूप से संग्रहित करने के लिए भी कदम उठाए हैं।

समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर समारोह
केरल के माननीय राज्यपाल श्री राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर की उपस्थिति में समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए। इस कार्यक्रम में आईसीएआर-सीटीसीआरआई के निदेशक डॉ. बायजू और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।

भविष्य की योजनाएं
वेदांता एल्युमीनियम और आईसीएआर-सीटीसीआरआई इस साझेदारी के माध्यम से सस्टेनेबल कृषि और वनीकरण को बढ़ावा देने के लिए मिलकर काम करेंगे। वे रेड मड के सुरक्षित और टिकाऊ उपयोग को बढ़ावा देने और मिट्टी के स्वास्थ्य और फसल उत्पादकता में सुधार करने के लिए नए और अभिनव समाधान विकसित करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे।

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