विश्व में पहली बार किसी भी वन्यजीव का अंतरद्वीपीय हस्तांतरण: 3 नर और 5 मादा चीते आज से बनेंगे कूनो के नए सदस्य

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श्योपुर30 मिनट पहलेलेखक: अनिमेष शर्मा
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कूनाे और कराहल में सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आएंगे; आज इतिहास में दर्ज हो जाएगा कूनो नेशनल पार्क।
मैं कूनो नदी… मुझसे ही कूनो नेशनल पार्क की पहचान है। मैं भले ही गुना जिले के पटई गांव से निकली हूं, लेकिन श्योपुर के जंगलों को मैं ही समृद्ध कर रही हूं। मैं कूनो नेशनल पार्क के बीच से होकर बहती हूं। मेरे दोनों तरफ जंगल ही जंगल हैं। ये कूनो विंध्य शृंखला में आता है। मैं सेसईपुरा से बहना शुरू करती हूं और वीरपुर के पास तक बहती हूं।
नेशनल पार्क के अंदर मैं 75 किमी बहते हुए जंगल को पल्लवित करती हूं और जंगली जानवरों की प्यास बुझाती हूं। श्योपुर, शिवपुरी और मुरैना जिलों की सीमा पर 748 वर्ग किमी में कूनो नेशनल पार्क फैला है। इसमें 500 वर्ग किमी क्षेत्र बफर जोन है। इसका एरिया 1250 किमी है।
भारत में चीतों के आने से मैं आज बहुत खुश हूं, क्योंकि 3 नर और 5 मादा चीता मेरे जंगल में ही आ रहे हैं। आज पहली बार ही देश का कोई प्रधानमंत्री भी मेरे जंगल में आ रहा है। यहां के जंगल हर तरह से समृद्ध हैं। तेंदुए, लकड़बग्घा, भालू, चीतल के अलावा यहां पर 10 उभयचर, 35 स्तनधारी दर्ज किए गए हैं। पार्क क्षेत्र को दो और नदियां छूकर गुजरती हैं। उनमें से एक पदम और दूसरी क्वारी है।
ऐसा है कूनो का जंगल
- 112 करीब तेंदुए
- 90 लकड़बग्घा
- 70 भालू
- 27253 चीतल
- 27808 सांभर
- 5562 नीलगाय
- 827 चाैसिंहा
- 7585 चिंकारा
- 3768 जंगली सूअर
- 655 हिरण
- 2774 काला हिरण
- 9117 लंगूर
- 205 तरह के पक्षी
- 14 प्रकार की मछलियां
- 33 सरीसृप की प्रजातियां हैं कूनो के जंगल में।
129 पेड़ों की प्रजातियां, 7 तरह की जड़ी-बूटियां
कूनो के जंगल जैव विविधता में समृद्ध हैं। यहां 129 पेड़ की प्रजातियां हैं। इसके अलावा 7 तरह की जड़ी-बूटियां और झाड़ियां हैं। 33 बेला और परजीवी प्रजातियां हैं। 35 तरह की घास और बांस की प्रजातियां हैं।
10.35 बजे कूनो नेशनल पार्क पहुंचेंगे प्रधानमंत्री मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी सुबह 9.40 बजे ग्वालियर आएंगे। वहां से कूनाे नेशनल पार्क में सुबह 10.35 बजे पहुंचेगे। यहां बाड़े में चीता रिलीज करने के बाद चीता मित्र और कूनाे पार्क के स्टाफ से संवाद करेंगे। सुबह 11.20 बजे कराहल के लिए रवाना हाे जाएंगे।
कूनाे पार्क का 5 वर्ग किमी क्षेत्र नाे मैंस जाेन, कराहल में 3 किमी क्षेत्र सील, सभा में जाने के लिए चलना होगा 2 से 3 किमी पैदल
प्रधानमंत्री नरेंद्र माेदी शनिवार काे आ रहे हैं। इनके आने काे लेकर शुक्रवार काे दिनभर कराहल और कूनाे नेशनल पार्क में तैयारियाें काे एसपीजी की देखरेख में फाइनल किया गया। कूनाे नेशनल पार्क के पांच वर्ग किमी के क्षेत्र काे नाे मैंस जाेन घाेषित किया गया है। उधर, कराहल में सभास्थल के तीन किमी क्षेत्र काे सील कर दिया गया है। यहां पर बिना तलाशी और जानकारी के पहुंचना असंभव है।
कराहल में होने वाली सभा में तीन से चार लाख लाेगाें के पहुंचने की संभावना है। भीड़ को नियंत्रित रखने के लिए सुरक्षा एजेंसियाें ने कस्बे से दाे-तीन किमी पहले ही पार्किंग बनवाई हैं जहां से लाेगाें काे सभास्थल तक पैदल जाना हाेगा। प्रधानमंत्री की सभा में एंट्री के लिए 12 गेट बनाए गए हैं, जहां पर जांच के बाद प्रवेश दिया जाएगा।
उधर, प्रधानमंत्री की सभा के लिए शिवपुरी जिले से स्वसहायता समूहों की 40 हजार महिलाओं को श्योपुर ले जाने का लक्ष्य है। लगभग 300 बसें शिवपुरी जिले से उपलब्ध हो गईं, कम पड़ने पर करीब 200 बसें और मंगवाईं हैं। इसके अलावा 700 कारें भी अधिग्रहित की हैं।
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