Chhattisgarh

कार्यशाला में परीक्षार्थियों ने लोक संगीत के साथ सीखे लोक विधा नाचा गम्मत के गुर


बागबाहरा। लोक कलाकार सरंक्षण समिति बागबाहरा जिला महासमुन्द के तत्वधान में आयोजित सात दिवसीय आवासीय लोक संगीत, कार्यशाला में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे परीक्षार्थियों ने छत्तीसगढ़ संस्कृति के अनमोल धरोहरों में से एक पारंपारिक लोक विधा नाचा गम्मत का प्रस्तुतिकरण देख कार्यशाला में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं, जिसमें अंचल के सुप्रसिद्ध नाचा गम्मत कका भतीजा के संस्थापक एवं छत्तीसगढ़ प्रदेश नाचा गम्मत संघ के प्रदेश अध्यक्ष रजीत चक्रधारी एवं साथी बिष्णु यादव, चुम्मन साहु द्वारा जोकर परी के हास्य संवाद के माध्यम से लोगों में नाचा गम्मत के माध्यम जो शिक्षा, प्रेरणा, जागरूकता, शिक्षाप्रद संदेश देने का कार्य जो करते हैं उन्हें परीक्षार्थियों के बीच प्रस्तुति देकर मनोरंजन करते नजर आए।

कार्यशाला में बतौर मुख्य अतिथि पहुंचे मंदिर चलो अभियान मातृ संगठन के अध्यक्ष एवं चक्रधारी कुम्हार समाज महिला प्रकोष्ठ के जिलाध्यक्ष श्रीमती खूशबु चक्रधारी ने छत्तीसगढ़ के लोक विधा नाचा गम्मत कि प्रस्तुति देख खुब प्रशंसा एवं सराहना करते हुए नाचा गम्मत कलाकारों को नाचा गम्मत को जीवंत रखने के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं दी एवं इस प्रकार के लोक संगीत कार्यशाला एवं हमारे छत्तीसगढ़ी बोली भाखा को जीवंत रखने के लिए लोक कलाकार सरंक्षण समिति बागबाहरा को शुभकामनाएं प्रेषित की।


लोक कलाकार सरंक्षण समिति के अध्यक्ष टीकम पटेल ने बताया कि इस प्रकार कि कार्यशाला विगत चार वर्षों से बिना शासन प्रशासन के सहयोग से हो रहा है कार्यशाला में प्रशिक्षण प्राप्त करने प्रदेश भर से 250 प्रशिक्षार्थी आयें है।

कार्यशाला का सफल संचालन लोक कलाकार संरक्षण समिति बागबाहरा के उपाध्यक्ष डिमान सेन,संरक्षक धनराज साहू, चिंता सेन,हबीब खान,हरकेश महानंद, महेंद्र साहु,रजीत चक्रधारी, किरण क्षत्रे, निजाम कन्हारपुरीहा, , लक्ष्मण हिरवानी, सचिव बालेश साहू, सहसचिव, विश्राम यादव,मनोज यादव, दुर्गेश, धनेश्वर साहू,भैरव, आदि सक्रिय सदस्य द्वारा संचालित किया जा रहा है।

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