लोक अदालत: 18 साल पुराना विवाद निपटा, इस्कॉन ने यूडीए में जमा कराए 3.71 करोड़ रु.

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उज्जैनएक घंटा पहले
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दंपतियों के पुनर्मिलन से चेहरे पर छाई खुशियां
वर्ष की अंतिम नेशनल लोक अदालत शनिवार को आयोजित हुई। इसमें प्री-लिटिगेशन के 12441 प्रकरणों में से 4584 तथा न्यायालय में लंबित 7102 में से 1264 प्रकरणों का निराकरण हुआ। जिला विधिक सहायता अधिकारी चंद्रेश मंडलोई ने बताया कि कुल 11.71 करोड़ के अवॉर्ड पारित हुए। इसमें मोटर दुर्घटना के 70 क्लेम प्रकरणों में पीड़ित व्यक्तियों को 1.68 करोड़ के अवार्ड पारित हुए। साथ ही 247 आपराधिक, 184 सिविल, 48 पारिवारिक, 11 श्रम, उपभोक्ता के 57 प्रकरणों का निराकरण हुआ। वहीं 18 साल पुराना यूडीए और इस्कॉन मंदिर का विवाद भी सुलह से निपट गया।
अदालत के शुभारंभ के दौरान जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष व प्रधान जिला न्यायाधीश आरके वाणी ने कहा कि लोक अदालत विवाद के पक्षकारों को समझौते के आधार पर सहज एवं सुलभ न्याय दिलाने का सरल एवं निःशुल्क माध्यम है। अदालत में प्रकरणों के निराकरण से पक्षकारों के समय एवं धन की बचत होती है। आपसी भाईचारा-सद्भाव बना रहता है।
शुभारंभ के दौरान विशेष न्यायाधीश (एट्रोसिटी) एवं संयोजक नेशनल लोक अदालत अश्वाक अहमद खान, संतोषप्रसाद शुक्ला, जितेंद्रसिंह कुशवाह, आदेश जैन, शशिकांत वर्मा, सुनील शोक, कीर्ति कश्यप, अभिषेक नागराज, राज्य अधिवक्ता परिषद के उपाध्यक्ष प्रताप मेहता, रवींद्र त्रिवेदी, योगेश व्यास, राजेश जोशी आदि मौजूद थे।
दंपतियों के पुनर्मिलन से चेहरे पर छाई खुशियां
1. तृतीय जिला न्यायाधीश अभिषेक नागराज के न्यायालय में इस्कॉन मंदिर सोसायटी का भूखंड आवंटन का विवाद यूडीए से 2003-04 से चल रहा था। इस्कॉन मंदिर सोसायटी के अधिवक्ता मुरारीलाल पाठक ने बताया कि यूडीए द्वारा आवंटित भूमि को जनहित याचिका में ली आपत्ति से तात्कालीन राज्य शासन द्वारा निरस्त कर दिया था। मामले में वाद न्यायालय के समक्ष लंबित था। इसका निराकरण वर्तमान राज्य शासन और इस्कॉन मंदिर सोसायटी के बीच हुआ। इस्कॉन मंदिर सोसायटी ने 3 करोड़ 71 लाख रुपए से अधिक का भुगतान कर समझौता लोक अदालत में किया गया।
2. प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय विवेककुमार गुप्ता के न्यायालय में एक वर्ष से अलग रह रहे पति-पत्नी के मध्य प्रशिक्षित मध्यस्थ हरदयालसिंह ठाकुर अधिवक्ता एवं न्यायालय की समझाइश के आधार पर समझौता हुआ। न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय उषा गेडाम की कोर्ट में भी पारिवारिक मामलों में समझौता के आधार पर निराकरण कर दंपतियों का पुनर्मिलन कराया गया। इससे उनके चेहरे पर खुशी छा गई और दंपत्तियों ने खुशी-खुशी पुष्पमाला पहनाकर साथ में रहना स्वीकार किया।
3. लोक अदालत में विद्युत अधिनियम संबंधी सर्वाधिक प्रकरण विशेष न्यायाधीश (शहरी क्षेत्र) जितेंद्रसिंह कुशवाह द्वारा 146 एवं आदेशकुमार जैन द्वारा 140 प्रकरणों का निराकरण किया गया।
निगम : पहली बार एक दिन में 2.30 करोड़ संपत्तिकर जमा
निगम के 6 जोन पर संपत्तिकर और जलकर जमा किया गया। पहली बार एक दिन में 2.30 करोड़ रुपए जमा हुए। वहीं जलकर 26 लाख जमा हुआ। निगम में संपत्तिकर जमा कराने को लेकर पिछले 15 दिन से अपर आयुक्त चंद्रशेखर निगम और राजस्व विभाग प्रभारी डॉ. योगेश्वरी राठौर द्वारा प्लानिंग की गई।
बड़े बकायदारों की लिस्ट तैयार की और चेतावनी दी कि लोक अदालत में आकर रियायत के साथ संपत्तिकर जमा करें, ऐसा नहीं होने पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। सभी को फोन कर सूचना भी दी गई, जिसके बाद एक दिन में रिकॉर्ड संपत्तिकर जमा हुआ। आयुक्त रोशनकुमार सिंह ने बताया एक दिन में लगभग 1500 प्रकरणों का निराकरण हुआ।
जिला सहकारी केंद्रीय बैंक में 67 प्रकरणों में राशि 23,45,490 रुपए के समझौता में से 7,83,961 की छूट दी। जिला उपभोक्ता विवाद प्रतितोषण आयोग में 57 उपभोक्ताओं के पक्ष में 7722093 के अवार्ड पारित किए।
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