रोशनी के साथ बिखरी खुशियां, मनाई दीपावली: घर-घर जले दीप, रंग-बिरंगी रोशनी से नहाया आकाश, जमकर फूटे पटाखे

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ग्वालियरएक घंटा पहले
दीपावली पर एक साथ दीप जलाते हुए शहरवासी
- घर-घर में मनाई गई दीपावली
सोमवार को ग्वालियर में पूरे जोश और उल्लास के साथ रोशनी का त्योहार दीपावली मनाया गया है। शाम होते ही घर-घर दीप जलाए गए हैं। इन दीप की रोशनी और आकाश में आतिशबाजी की रंग-बिरंगी रोशनी ने आम लोगों की जिंदगी में खुशियां घोल दीं। पिछले दो साल से इस त्योहार का रंग कोविड के चलते कुछ हल्का था, लेकिन इस बार शहर के लोगों ने दीपों के इस त्योहार पर कोई कसर नहीं छोड़ी है।
सोमवार रात शहर के आसमान में आतिशबाजी की रोशनी और पटाखों का ही शोर सुनाई दे रहा था जो कहीं न कहीं बता रहा था कि इस दीपावली को शहर के लोग कितने जोश और उल्लास के साथ मना रहे हैं। हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने बड़े व शोर वाले पटाखों पर रोक लगाई थी, लेकिन कोर्ट की गाइड लाइन त्योहार पर कहीं नजर नहीं आई है।

शहर के आसमान में रंग बिखेरती आतिशबाजी
कार्तिक कृष्णपक्ष अमावस्या के दिन दीपावली श्री महालक्ष्मी पूजा एवं दीपोत्सव मनाया जाता है। कार्तिक कृष्ण पक्ष सोमवार को चतुर्दशी तिथि का समापन शाम 5:27 बजे हुआ। इसके उपरांत अमावस्या तिथि का प्रारंभ हुआ। यह तिथि सोमवार को सूर्यास्त के बाद त्रिमूर्हत व्यापिनी होने के कारण दीपावली महोत्सव वज्र, हंस, शश, भद्र और मालव्य इन पांच योगों में मनाई गई। इस दिन सूर्य केतु, चंद्र और शुक्र की युति होने के कारण चतुग्रही योग भी बन रहा है। इन शुभ योगों में दीपोत्सव, महालक्ष्मी के स्थिर निवास के लिए की गई साधना पूर्ण रूप से मनोवांछित फल प्रदान करेगी। ज्योतिषाचार्य पं. विजयभूषण वेदार्थी के अनुसार दीपावली पूजन एवं लक्ष्मी आराधना दिन में चतुर्दशी तिथि से ही प्रारंभ हो गए थे और यह देर रात्रि शुभ मुहूर्तों में ग्रहण के सूतक लगने से पहले तक प्रारंभ रहेंगे। सोमवार को दीपावली पूजन के विशेष मुहूर्त व्यवसाय के हिसाब से अलग-अलग लग्न में रहेंगे।
घर-घर में जले दीए, चली आतिशबाजी
– सोमवार को दीपावली पर रात को घर-घर में लक्ष्मीमाता का पूजन हुआ। घरों के बाहर दीप जलाए गए और आकर्षक रोशनी से गली मोहल्ले दमकते रहे। इसके बाद बच्चांे और बड़ों ने आतिशबाजी कर दीपावली का जश्न मनाया। एक दूसरे को मिठाई खिलाकर दीपावली की शुभकामनाएं दीं।

दीपावली के त्योहार के पूजन की तैयारी
रंग बिरंगी रोशनी से आकाश हुआ रोशन
– दीपावली पर आतिशबाजी का चलन है। सुप्रीम कोर्ट ने तेज आवाज व धमाके वाले पटाखों पर प्रतिबंध लगाया था। इसलिए सोमवार को शहर के आकाश में रोशनी वाले पटाखे ज्यादा दिखाई दिए। तेज धमाके वाले पटाखों पर प्रतिबंध था, लेकिन शहर के लोगांे ने इसका पालन कम ही किया। तेज आवाज वाले पटाखे की खूब चले हैं।
पुलिस ने रखी शहर पर नजर
– लोग सुकून से दीपावली का त्योहार मना सके इसके लिए पुलिस भी अपने स्तर पर सतर्क रही। शहर में 500 से 600 अतिरिक्त जवान लगाए गए थे। साथ ही थाना बल भी अलर्ट था। पुलिस की मोबाइल लगातार इलाकों में गश्त करते हुए नजर आ रही थीं। जिससे असामाजिक तत्व किसी को अपना शिकार न बना सकें।
अलर्ट मोड पर रहे पुलिस, डॉक्टर, फायर बिग्रेड व बिजली विभाग
-दीपावली को लेकर चार विभाग विशेष रूप से अलर्ट मोड पर रहे। पुलिस कन्ट्रोल रूम व डायल 100 का कन्ट्रोल रूम अलर्ट मोड पर रहे। हर कॉल को गंभीरता से लिया गया। इसके अलावा जयारोग्य अस्पताल में भी 24 घंटे इमरजेंसी अलर्ट पर डॉक्ट रहे हैं। यहां राउंड द क्लॉक ड्यूटी लगाई गई है। साथ ही आतिशबाजी से कहीं आग न लगे इसके लिए फायर बिग्रेड की टीम भी अलर्ट मोड पर रही है। बिजली विभाग ने अपने सभी कन्ट्रोल सेंटर को अलर्ट मोड पर रखा है।
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