सीहोर में आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं ने निकाली विरोध रैली: 11 सूत्रीय मांगों का मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन कलेक्टर को सौंपा

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सीहोर6 घंटे पहले

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भारतीय मजदुर संघ आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका संघ ने प्रदेशव्यापी अहवान पर शुक्रवार को जिले भर की आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओ और सहायिकाओं ने 11 सूत्रीय मांगों को लेकर गीता मानस भवन में धरना दिया। जिसके बाद गीता भवन से कलेक्ट्रेट तक विरोध रैली निकाली। इस दौरान आंगनबाड़ी कार्यकताओं, सहायिकाओं ने प्रदेश सरकार की वादा खिलाफी को लेकर जमकर नारेबाजी भी की। कलेक्ट्रेट पहुंचकर मुख्यमंत्री शिवराज के नाम भारतीय मजदुर संघ जिलाध्यक्ष विनीत दुबे और अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका महासंघ जिलाध्यक्ष कृष्णा परमार के नेतृत्व में डिप्टी कलेक्टर सतीष राय को ज्ञापन दिया। जिस में प्रमुख रूप से आंगनबाड़ी कार्यकतार्ओं को शासकीय कर्मचारी घोषित करते हुए सभी शासकीय सुविधाओं का लाभ प्रदान करने की मांग की गई।

ये हैं मांगे

अखिल भारतीय आंगनबाड़ी कार्यकर्ता एवं सहायिका महासंघ ने मप्र सरकार के द्वारा घोषित 1500 रु एरियर्स के साथ भुगतान किया जाने। राज्य सरकार को केन्द्र सरकार से समन्वय कर आगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका और मिनी आंगनबाडी कार्यकर्ताओ की नियुक्ति प्रक्रिया के नियमों में संशोधन करते हुये मानदेय या मानसेवा की जगह नियमित और सीधी भर्ती की जाने की नियमावली बनाई जाए। जब तक नियुक्ति प्रक्रिया में संशोधन नहीं किया जाता है तब तक आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और नि आगनबाड़ी कार्यकतार्ओ के मानेदय, अतिरिक्त मानदेय में केन्द्र से निर्धारित मंहगाई भत्ते को लागू कर भुगतान किया जाये एवं ग्राम से कम 18000/9000 स. कार्यकर्ता / सहायिका को भुगतान किया जाए। सभी आंगनबाड़ी कार्यकताज़्, सहायिका और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को विभाग की ओर से कम से कम 5लाख का स्वास्थ्य बीमा कराया जाए। सभी आंगनबाड़ी कार्यतकर्ताओं सहायिकाओं एवं मिनी कार्यकर्ताओं को आयुष्मान योजना की पात्रता में शामिल किया जाए। महिला बाल विकास के अतिरिक्त किसी भी अन्य कार्य में ड्यूटी न लगाई जाए जिससे आगनबाड़ी कार्यकर्ता, सहायिका और मिनी आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा अपने कर्तव्यों का निर्वहन पूर्णरूप से कर सके और जीवन से जुडी अत्यंत महत्त्वपूर्ण सेवायें प्रभावित न हो और हर गर्भवतीशिशुवती और बच्चों को नही देखरेख हो।

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