राशन माफिया पर शिकंजा: पहली बार लगातार छापामार कार्रवाई का प्लान तैयार किया गया, प्रदेशभर में दूसरे जिलों की टीम करेगी जांच; हर बार बदलेगी

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- For The First Time, A Plan For Continuous Guerilla Action Was Prepared, Teams From Other Districts Across The State Will Investigate; Will Change Every Time
अशोकनगर9 मिनट पहलेलेखक: बहादुरसिंह चौहान
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अशोकनगर में जांच करती दतिया की टीम।
स्थानीय अधिकारियों से मिलीभगत कर राशन की कालाबाजारी करने वाले माफिया के लिए अब बच पाना आसान नहीं होगा। इन पर शिकंजा कसने के लिए सरकार ने अब नई रणनीति बनाई है। मुख्यालय भाेपाल से पहली बार लगातार छापामार कार्रवाई का प्लान तैयार किया गया है। इसके तहत एक जिले की टीम दूसरे जिले में जाकर रेंडमली कंट्राेल दुकान की चैकिंग करेगी। इस दौरान वहां मिलने वाली खामियों को सीधे ऑन लाईन दर्ज करते हुए उसी समय मुख्यालय भोपाल को अवगत कराना अनिवार्य रहेगा।
आपका राशन आपका अधिकार नाम से शुरू हुए अभियान के तहत 19 अक्टूबर से प्रदेशभर में दूसरे जिले के अधिकारियों की छापामार कार्रवाई शुरू भी हो गई है। इसी क्रम में अशोकनगर जिले की राशन दुकानों की जांच करने पहली बार दतिया जिले के खाद्य अधिकारियों की टीम आई। जिन्होंने जिले के बरखेडा काछी, नरखेड़ा, मसीदपुर, गर्रोली आदि 5 दुकानों पर छापामार कार्रवाई की। किसी भी दुकान पर स्टॉक व वितरण का मिलान नहीं हो सका। टीम ने पंचनामा बनाते हुए उक्त खामियां मौके से ही ऑनलाइन भी दर्ज कर दी।
दतिया के अधिकारियों ने की राशन दुकानों की जांच
कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी धर्मेंद्र शर्मा ने बताया कि मुख्यालय भोपाल से इस बार अंतर जिला निरीक्षण का रोटेशन बनाया है। अधिकारियों को अन्यत्र जिलों में भेजने के साथ ही ऑनलाइन औचक निरीक्षण के लिए दुकान का चयन भी भोपाल से आता है। पहली बार हमारे यहां दतिया जिले से आई टीम ने चुनिंदा दुकानों का औचक निरीक्षण किया है। जहां खामियां मिली, उन्हें भी लगातार नोटिस दिए जा रहे है। अब दूसरी बार किसी अन्य जिले की टीम यहां आएगी।
अशोकनगर में बच्चों के चने ही खा गया था माफिया
राशन कालाबाजारी के मामले में अशोकनगर जिले की छवि प्रदेश में पहले ही बदनाम है। पिछले डेढ़ साल में गरीबों के लिए आए अनाज की कालाबाजारी करने के 200 से ज्यादा मामले सामने आए। इसमें सबसे ज्यादा गड़बड़ी कोरोना के समय राज्य व केंद्र की योजना के तहत वितरित हुए राशन में देखने को मिली। चना वितरण में भी करीब 100 से ज्यादा दुकानों पर खामियां उजागर हुई थी। एक राशन गड़बड़ी में प्रदेश के बड़े नेता के भाई का नाम सामने आने के बाद अशोकनगर में हुए राशन घोटाले को लेकर कांग्रेस ने भोपाल में भी प्रदर्शन किया था।
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