रायसेन दरगाह शरीफ पर सालाना 801वां उर्स शुरू: कलेक्टर एसपी ने पेश की पहली चादर, मांगी अमन चैन और खुशहाली की दुआ

[ad_1]

रायसेनएक घंटा पहले

रायसेन में स्थित दरगाह शरीफ पर शहंशाह ए-मालवा हजरत पीर फतेह उल्लाह साहब की दरगाह पर आज से सालाना 801वां उर्स प्रारंभ हुआ जिला प्रशासन की ओर से कलेक्टर अरविंद दुबे एसपी विकास कुमार शाहवाल ने पहली चादर पेश कर सभी के लिए अमन चैन और खुशहाली की दुआ मांगीइस मौके पर जिला पंचायत सीईओ पीसी शर्मा एसडीएम एलके खरे तहसीलदार अजय प्रताप पटेल शहर काजी जहीरूद्दीन सहित दरगाह कमेटी के खुद्दाम मौजूद थे। कलेक्टर शुक्रवार शाम 6:30 बजे दरगाह शरीफ पहुंचे यहां उन्होंने उर्स के पहले दिन जिला प्रशासन की ओर से चादर पेश की इसके बाद दरगाह शरीफ के खुद्दाम द्वारा सभी को साफा वादा गया।

उर्स का समापन 7 नवंबर को कुल की दुआ के साथ होगा। कोरोना काल के दो साल बाद यह पहला अवसर है, जब यह उर्स पूरे उत्साह के साथ मनाया जा रहा है। उर्स स्थल पर मेला भी लगेगा और रात में कव्वाली और मुशायरे का दौर भी चलेगा।

दरगाह पर पहली चादर चढ़ाने की परंपरा नबाबी रियासत के शासन काल से ही बरसों पुरानी चली आ रही है। इससे पहले की रियासत के नाजिर पहली चादर चढ़ाते थे। भारत देश की आजादी के बाद 1949 दो साल बाद मिली आजादी से प्रशासन के प्रतिनिधि के तौर पर कलेक्टर द्वारा पहली चादर चढ़ाई जाने की परंपरा शुरू हो गई। जो अब तक कायम है। रायसेन की शहंशाहे मालवा हज़रत पीर फतेह की दरगाह मजार देश भर में प्रसिद्ध है। यहां पर उर्स में शामिल होने के लिए देशभर से जायरीन के साथ ही अन्य श्रद्धालु भी बड़ी संख्या आते है, जो यहां पर श्रद्धा आस्था के साथ सजदा करते हैं। इस दौरान मजहब की सभी दीवारें टूट जाती है। मजार पर श्रद्धालु मत्था टेकने के साथ देश की अमन चेन और खुशहाली के लिए दुआ करते है ।

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button