CG NEWS : व्यवसायी के घर लाखों की लूट का मामला झूठा निकला

सूरजपुर । गुरुवार की देर रात अग्रसेन वार्ड में कपड़ा व्यवसायी के घर नकदी समेत 15 से 20 लाख रुपये के जेवरातों की लूट का मामला जांच में झूठा निकला है। देनदारी चुकता करने व्यापारी ने पूरा षड़यंत्र रचा था। इधर पुलिस लूट की झूठी शिकायत दर्ज करने वाले कपड़ा कारोबारी के विरुद्ध वैधानिक कार्रवाई करने की तैयारी में है। लूट की घटना कोतवाली थाना क्षेत्र में केतका रोड अग्रसेन वार्ड में घटित होने की शिकायत शुक्रवार सुबह कपड़ा कारोबारी नरेश अग्रवाल 62 वर्ष ने दर्ज कराई थी। कपड़ा कारोबारी ने कोतवाली पुलिस को बताया था कि गुरुवार की रात करीब डेढ़ बजे उसके घर के सामने लड़ाई झगड़े की आवाज सुनकर वह वे निकले थे। उसी दौरान उसके घर के पिछवाड़े से चारदीवारी फांदकर घर में घुसे दो युवकों ने उसकी गर्दन में उस्तरा अड़ाकर उसके गल्ले से 25 हजार रुपये और लाकर की चाबी लेकर करीब 15 से 20 लाख रुपये का जेवरात लूट कर ले गए। लुटेरों ने अलमारी को तोड़कर पूरा समान भी बिखेर दिया।
वारदात की जानकारी मिलते ही सूरजपुर एसपी एमआर आहिरे समेत अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल, सीएसपी एसएस पैकरा, टीआई विमलेश दुबे, उप निरीक्षक पीयूष चंद्राकर पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी कुलदीप कुजूर ने भी पुलिस टीम ने घटना स्थल की जांच की। पुलिस ने नरेश अग्रवाल व उनके परिजनों का बयान दर्ज किया। घटना स्थल व आरोपितों के जाने वाले बताए गए मार्ग स्थित सीसीटीवी कैमरों को भी पुलिस ने खंगाला, लेकिन घटना समय में किसी के आने जाने की जानकारी नही मिली। शिकायतकर्ता नरेश अग्रवाल समेत उनकी पत्नी आशा अग्रवाल व पुत्र अंकित अग्रवाल के बयानों में भिन्नता से पुलिस को मामले की सच्चाई में आशंका लगी। एसपी के मार्गदर्शन में पुलिस द्वारा शिकायतकर्ता से बारीकी से पूछताछ किए जाने पर चौकाने वाली जानकारी मिली और स्पष्ट हो गया कि लूट की रिपोर्ट पूरी तरह झूठी व मनगढ़ंत है।
देनदारी चुकाने झूठी रिपोर्ट का रचा षड्यंत्र-
मामले का पर्दाफाश करते हुए अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल ने बताया कि कपड़ा कारोबारी ने देनदारी चुकाने योजना बनाकर लूट की झूठी शिकायत कोतवाली थाने में की थी। उसने लिखित में स्वीकार भी कर लिया है। लूट की शिकायत करने वाले कारोबारी नरेश अग्रवाल ने पूछताछ में बताया कि उसकी पुत्री का विवाह नौ साल पहले खरसिया में हुआ था। उसकी पुत्री ने अपने करीब 12 लाख रुपए लागत के सोने चांदी के जेवरात मायके में रखे थे। व्यापार में काफी नुकसान होने और मार्केट में करीब 20 लाख रुपए की देनदारी होने के कारण उसने अपनी पत्नी और पुत्र को बिना बताए घर में रखें पुत्री के कुछ जेवरातों को शहर के ही एक आभूषण भंडार में बेचकर मार्केट की देनदारी चुकता की थी। इसी बीच उसकी पुत्री अपना जेवर लेने आ रही थी। इसी बात से घबराकर लोकलाज के भय से उसने झूठी लूट की योजना बनाकर अलमारी तोड़कर सामान बिखेर दिया था और पुत्री के बचे कुछ जेवरात को दूसरे कमरे में छुपा कर रख दिया।
झूठी रिपोर्ट पर होगी वैधानिक कार्रवाई-
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक शोभराज अग्रवाल ने बताया कि इस मामले की योजनाबद्ध तरीके से झूठी शिकायत करने के मामले में शिकायतकर्ता नरेश अग्रवाल के खिलाफ वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।