‘रक्षक’ पाठ्यक्रम को विश्वविद्यालयों में संचालित कराने की प्रक्रिया शुरू

अरविन्द तिवारी की रिपोर्ट
रायपुर – छत्तीसगढ़ राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने विगत 17 जून को ’रक्षक’ पाठ्यक्रम का विमोचन आयोग के पंद्रहवें स्थापना दिवस पर सीएम साय के करकमलों से कराया था।इसके तुरंत बाद ही आयोग की अध्यक्ष डाॅ. वर्णिका शर्मा ने विश्वविद्यालयों से संपर्क करना आंरभ कर दिया था। आज इस पाठ्यक्रम के संचालन को इसी शिक्षा सत्र में आरंभ करने के लिये विश्वविद्यालयों के साथ बैठकों का सिलसिला शुरू हो गया। इसी कड़ी में आज एमिटी युनिवर्सिटी रायपुर के कुलपति डाॅ. पीयूष कांत पाण्डेय एवं उनके विभिन्न संकायों के विभागाध्यक्षों आदि के साथ बाल अधिकार संरक्षण आयोग के कार्यालय में अध्यक्ष डाॅ. वर्णिका शर्मा ने बैठक लेकर इस पाठ्यक्रम को आरंभ करने का आग्रह किया।
आयोग के सचिव प्रतीक खरे ने एमिटी युनिवर्सिटी के प्रतिनिधियों को विस्तारपूर्वक पाठ्यक्रम से अवगत कराया। आयोग की अध्यक्ष डाॅ. वर्णिका शर्मा ने संचालन से संबंधित प्रायोगिक कठिनाईयों और शंकाओं का समाधान किया । लगभग दो घण्टे की विस्तारपूर्वक चर्चा उपरांत एमिटी युनिवर्सिटी के कुलपति डाॅ. पीयूष कांत पाण्डेय ने इस पाठ्यक्रम की सराहना करते हुये अपने विश्वविद्यालय में आवश्यक प्रक्रिया संपन्न कर इसी शिक्षा सत्र में पाठ्यक्रम आरंभ करने का सकारात्मक प्रतियुत्तर दिया। आगामी कार्यवाही के लिये आयोग द्वारा आश्वस्त किया गया कि फैकल्टी डेवलपमेंन्ट प्रोग्राम , इंटर्नशिप , आयोग कार्यालय के कार्यक्रम व प्रकरणों के निराकरण के प्रायोगिक अनुभव विद्यार्थियों को करवाने तथा विश्वविद्यालय के लिये आवश्यक दक्ष अतिथि वक्ता उपलब्ध कराने की कार्यवाही की जायेगी। परस्पर सहमति से बैठक में तय हुआ कि विश्वविद्यालय द्वारा बैठक में संपन्न चर्चा अनुसार एक एमओयू. तैयार कर आयोग को भेजा जायेगा एवं आयोग द्वारा अनुमोदन व सहमति प्राप्त होते ही इसे विश्वविद्यालय के सक्षम स्तर से अनुमोदन प्राप्त कर इसी शिक्षा सत्र में प्रारंभ कराने का त्वरित प्रयास किया जायेगा।
इस बैठक में आयोग की अध्यक्ष डाॅ. वर्णिका शर्मा , आयोग के सचिव प्रतीक खरे के विस्तारपूर्वक जानकारी देने के उपरांत एमिटी युनिवर्सिटी के कुलपति डाॅ. पीयूष कांत पाण्डेय, डाॅ. प्रसन्न कुमार शर्मा डीन स्टूडेन्ट वेलफेयर, डाॅ. वीणा डायरेक्टर स्कूल आॅफ कम्युनिकेशन, डाॅ. आशीष प्रधान सहायक प्राध्यापक विधि संकाय, डाॅ. महेन्द्र कुमार सहायक प्राध्यापक मनोविज्ञान, डाॅ. सुकृति चक्रवर्ती सहायक डीन स्टूडेन्ट वेलफेयर ने इस विषय पर अपनी सक्रिय सहभागिता दी और उत्साह प्रदर्शित किया। अंत में डाॅ. वर्णिका शर्मा ने बाल संरक्षण के क्षेत्र में विश्वविद्यालय की इस पहल का आभार व्यक्त किया और धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक समाप्त हुई।