युवक की होटल में फांसी लगाकर की खुदकुशी, जांच में जुटी पुलिस

युवक की होटल में फांसी लगाकर की खुदकुशी, जांच में जुटी पुलिस
लखनऊ,08 सितम्बर । थाना क्षेत्र के एक स्थानीय होटल में 5 सितंबर 2025 की रात करीब 11 बजे एक युवक ने फांसी लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर दी। पुलिस को सूचना मिली कि “मां का आशीर्वाद” होटल में ठहरे युवक ने अपने कमरे के अंदर से दरवाजा बंद कर आत्महत्या कर ली है। सूचना मिलते ही पुलिस टीम मौके पर पहुँची। होटल स्टाफ और आसपास मौजूद लोगों की मदद से पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा और अंदर प्रवेश किया। कमरे के अंदर शव लटका हुआ पाया गया। मृतक की पहचान जतिंदर कुमार (उम्र लगभग 25 वर्ष), पुत्र रवींद्र पाल, निवासी टावर इन्क्लेव फेस-2, कुराला, जालंधर, पंजाब के रूप में हुई।
प्रारंभिक जांच में सामने आया कि जतिंदर कुमार 3 सितंबर से उक्त होटल में रह रहे थे। उन्होंने पंखे में गमछा का फंदा बनाकर आत्महत्या की। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने फील्ड यूनिट को बुलाकर साक्ष्य एकत्र किए। परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई। बताया गया कि परिजन घटनास्थल पर पहुँचते ही रो-रोकर बुरी तरह टूट गए। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम की कार्रवाई शुरू कर दी।
पुलिस ने बताया कि आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए पूरी जांच जारी है। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार युवक मानसिक तनाव में था, हालांकि पुलिस सभी पहलुओं की छानबीन कर रही है। होटल में ठहरे अन्य लोग भी इस घटना से सकते में आ गए हैं। घटना ने समाज में बढ़ती मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं और अकेलेपन के खतरों की ओर ध्यान आकर्षित किया है।
हाल के वर्षों में युवाओं में मानसिक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं और अकेलेपन की घटनाओं में वृद्धि देखी जा रही है। विशेषज्ञों का कहना है कि अकेलेपन और मानसिक दबाव से निपटने के लिए समय पर सहायता लेना बेहद जरूरी है। मानसिक स्वास्थ्य समस्याओं को नजरअंदाज करने से गंभीर परिणाम हो सकते हैं। जतिंदर कुमार की आत्महत्या ने इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया है। होटल में रह रहे अन्य लोगों और आसपास के समाज ने इसे चेतावनी के रूप में देखा है कि मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देना आवश्यक है।
पुलिस ने बताया कि आवश्यक कानूनी कार्रवाई पूरी की जाएगी और शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा। साथ ही, होटल में ठहरे अन्य लोगों और आसपास के लोगों को सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य सहायता के प्रति जागरूक किया जाएगा। जिला पुलिस प्रशासन ने कहा कि आत्महत्या की घटनाओं को रोकने के लिए जागरूकता अभियान और सहायता कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य युवाओं को मानसिक दबाव और अकेलेपन से निपटने के तरीके बताना और मदद मुहैया कराना है।