Chhattisgarh

युक्ति युक्तकरण के नियमों का विरोध 23 संगठन मंत्रालय करेंगे घेराव, शामिल होंगे जिले के हजारों शिक्षक, कहा- युक्ति युक्तकरण जरूरी, लेकिन सेटअप 2008 के आधार पर हो

जांजगीर चांपा, 26 मई । युक्तियुक्त करण के नियमों को ग़लत बताते हुए प्रदेश के 23 संगठनों द्वारा 28 मई को रायपुर में मंत्रालय घेरने का फ़ैसला लिया गया है । इस आंदोलन को सफल बनाने के लिए जिले के शिक्षक लामबंद हो रहे हैं । इनकी माँग है कि युक्तियुक्त करण 2008 के सेट अप अनुसार हो ।


छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन के जिला अध्यक्ष रविंद्र राठौर के निर्देश पर जिला जिला सचिव दिनेश तिवारी एवं कार्यकारी जिला अध्यक्ष हरीश गोपाल के संचालन में ऑनलाइन बैठक संपन्न हुआ,जिसमें जिले के सभी ब्लॉक के ब्लॉक अध्यक्ष ब्लॉक पदाधिकारी जिला पदाधिकारी संकुल अध्यक्ष शिक्षक शामिल हुए।


ऑनलाइन बैठक में प्रांतीय पदाधिकारी उमा पांडे छवि पटेल दिलीप लहरे गोकुल प्रसाद जायसवाल, जिला अध्यक्ष रविंद्र राठौर जिला सचिव दिनेश तिवारी कार्यकारी जिला अध्यक्ष हरीश कुमार गोपाल ब्लॉक अध्यक्ष अजय कुमार मधुकर ब्लॉक अध्यक्ष कृष्ण कुमार यादव ब्लॉक अध्यक्ष रामस्वरूप साहू ब्लॉक अध्यक्ष संजय चौहान ब्लॉक संयोजक जयप्रकाश कश्यप ब्लॉक संयोजक राजेंद्र राठौर और 200 से भी अधिक शिक्षक वर्चुअल मीटिंग में जुड़े हुऎ थे।


जिले से हजारों शिक्षक शामिल होंगे घेराव में


जहां पर सभी ने अपना विचार रखा और एकमत राय में 28 तारीख को होने वाले आंदोलन को सफल बनाने का निर्णय लिया गया, इनका कहना है कि मोदी की गारंटी के विपरीत और एन ई पी 2020 के आदर्श स्वरूप के विपरीत शिक्षा विभाग द्वारा स्कूलों और शिक्षकों के लिए किया जा रहे युक्तिकरण का वे विरोध करते हैं । इनका कहना है कि डब्ल्यू ए 261 प्रकरण के अनुसार क्रमोन्नति प्रथम नियुक्ति तिथि से सेवा गणना कर पुरानी पेंशन सहित अन्य लाभ प्राप्त कर पदोन्नति में बीएड के अनिवार्यता को समाप्त करने की मांग को लेकर प्रदेश के लाखों शिक्षकों का 28 मई को मंत्रालय महानदी भवन नया रायपुर का घेराव करेंगे, प्रदेश के 23 प्रमुख संगठन संघ का साझा मंच (सर्व शैक्षिक संगठन )के बैनर तले यह प्रदर्शन किया जाएगा,इस प्रदर्शन में जांजगीर चांपा जिले के छत्तीसगढ़ सहायक शिक्षक समग्र शिक्षक फेडरेशन जिला इकाई की ओर से जिला स्तरीय बैठक में जिलाध्यक्ष रविंद्र राठौर के निर्देशानुसार एवं प्रांतीय निर्णय के अनुसार 28 मई के मंत्रालय घेराव के कार्यक्रम घेराव को सफल बनाने की रणनीति पर चर्चा किया गया,बैठक के माध्यम से जिला के सभी शिक्षकों से आह्वान किया गया कि मंत्रालय घेराव में सभी शिक्षक शत प्रतिशत शामिल होकर युक्तिकरण के नाम पर प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था को चौपट करने वाले एवं शिक्षकों को लगातार कोल्हू का बैल बनाकर अन्य गैर शिक्षकीय कार्य करवाने के बावजूद विद्यालय में सेटअप कम करने के विरोध में अपनी आवाज बुलंद करेंगे।


मोदी की गारंटी में पूर्व सरकार द्वारा बंद किए गए स्कूल को पूरा खोलने एवं 57000 शिक्षकों की भर्ती का वादा किया गया है,लेकिन इसके विपरीत इस युक्तिकरण से पुराने कोई भी स्कूल तो खुल नहीं रहे हैं बल्कि हजारों स्कूल बंद किया जा रहे हैं ऐसे में 57000 शिक्षकों के जो भर्ती का सपना है,वह पूरी तरीके से टूट जाएगा यहां जो युक्तिकरण हो रहा है वह सेटअप 2008 के पूरी तरह विपरीत है, एनईपी 2020 को आदर्श स्वरूप कों बदलकर मनमाने ढंग से से लागू किया जा रहा है।


जिले के हजारों शिक्षक होंगे प्रभावित
जांजगीर चाँपा जिला में हजारों की संख्या में शिक्षक अतिशेष होंगे और उनका समायोजन का स्थान जिला में नहीं होगा,,यही हाल लगभग अन्य जिलों का होगा।


नई भर्ती का रास्ता होगा बंद
इस स्थिति के कारण से सरकार शिक्षकों की नयी भर्ती का रास्ता पूरी तरीके से बंद करने जा रही है, जिससे बेरोजगारों की संख्या बढ़ेगी।


शिक्षा की गुणवत्ता होगी प्रभावित
बुनियादी शिक्षा का स्तर रहेगा एवं बच्चों में प्रारंभिक शिक्षा ढंग से नहीं मिल पाने में आने वाले भविष्य में बच्चे पढ़ाई के प्रति जागरूक नहीं रहेंगे जिसकी संपूर्ण जवाबदारी शासन की है, विद्यालय में शिक्षकों की संख्या कम करने से विद्यालय की बच्चों के पढ़ाई के गुणवत्ता में गिरावट आएगी।

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