यातायात पुलिस बिलासपुर ने शिक्षकों को दी यातायात की शिक्षा

बिलासपुर, 24 जुलाई । बिलासपुर में यातायात पुलिस ने एक अनोखी पहल करते हुए शिक्षकों को यातायात की शिक्षा दी। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना और उन्हें यातायात पुलिस के संवाहक के रूप में नियुक्त करना था।

इस यातायात प्रशिक्षण में 300 से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाओं ने यातायात प्रशिक्षण में भाग लिया। शिक्षकों को यातायात मित्र और यातायात विभाग के संवाहक के रूप में नियुक्त किया गया। शिक्षकों को यातायात नियमों, चालान की प्रक्रिया, इकाइयों और नवीन तकनीकी के बारे में जानकारी दी गई। सभी शिक्षकों को यातायात नियमों के पालन हेतु शपथ दिलाई गई।

इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक करना और उन्हें यातायात पुलिस के संवाहक के रूप में नियुक्त करना था। इससे शिक्षक अपने छात्रों को यातायात नियमों के बारे में जागरूक कर सकेंगे और उन्हें सड़क सुरक्षा के प्रति संवेदनशील बना सकेंगे।

एएसपी ट्रैफिक रामगोपाल करियारे ने कहा कि शिक्षकों को स्वयं यातायात नियमों का पालन करते हुए छात्रों को यातायात नियमों के पालन हेतु संवेदनशील और जागरूक बनाने में अहम भूमिका निभाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वाहनों की बेतहाशा वृद्धि के कारण प्रत्येक शहरों में यातायात दबाव की स्थिति बनी है, अतः प्रत्येक नागरिकों में ट्रैफिक सेंस और यातायात अनुशासन का विकास होना अनिवार्य है।
कार्यक्रम में एएसपी ट्रैफिक रामगोपाल करियारे, सेवानिवृत्त उप निरीक्षक उमाशंकर पांडेय, संस्थान के प्राचार्य श्रीमती मीता मुखर्जी, लाइंस क्लब के अध्यक्ष गीता राजगीर, जीवधरणी फाउंडेशन के अध्यक्ष विकास वर्मा, आर्यन फिल्म के डायरेक्टर रामानंद तिवारी, डॉ सुरभि राजगीर और 300 से अधिक शिक्षक-शिक्षिकाएं उपस्थित थे।