मोती मस्जिद से कलश चोरी करने वाला गिरफ्तार: पुलिस ने नेपाल बॉर्डर से पकड़ा, नाले में फेंक दिया था कलश

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भोपाल7 घंटे पहले

भोपाल की 160 साल पुरानी मोती मस्जिद के गुम्बद से कलश चोरी करने वाले बदमाश को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने उसे नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार किया है। उसकी निशानदेही पर चोरी हुआ कलश सेंट्रल लाइब्रेरी के पास नाले से बरामद किया गया। आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह बिहार से काम की तलाश में भोपाल आया था। वह अपने सौतेले भाईयों के साथ रह रहा था। इसी बीच वह मस्जिद के पास चाय पीने आता था। तब उसे लोगों से पता चला कि मस्जिद की गुम्बद में लगा कलश सोने का है। ऐसे में उसने खर्च चलाने के लिए चोरी की साजिश रची। 6 अक्टूबर को बारिश-तुफान के चलते बिजली गुल थी। तभी वह मस्जिद में चढ़कर कलश चोरी कर फरार हो गया। उसे जब पता चला कि कलश सोने का नहीं है। उसमें सिर्फ पेंट है। ऐसे में उसने कलश को सेंट्रल लाइब्रेरी के पास फेंक दिया।

डीसीपी रियाज इकबाल ने बताया कि अगरिया, बिहार निवासी अन्जार अहमद (19) पुत्र सोहेल अख्तर पुलिस ने मोती मस्जिद के गुम्बद से सोने का कलश चोरी करने के मामले में गिरफ्तार किया है। उसने गुनाह कबूल लिया है। विदिशा के रहने वाले मोती मस्जिद के चौकीदार मोहम्मद लईक पुत्र शादीन खॉ ने की थी। पुलिस ने अज्ञात आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज करके जांच शुरू की। घटना धार्मिक स्थल पर होने के कारण संवेदनशील थी। मामले की गंभीरता को देखते हुए अधिकारियों ने क्राइम ब्रांच पुलिस के साथ चोरी का खुलासा करने के लिए रणनीति बनाई।

ऐसे आरोपी तक पहुंची पुलिस
घटना के बाद पुलिस ने इलाके में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इसमें एक संदिग्ध का सीसीटीवी फुटेज सामने आया। लेकिन उसकी पहचान नहीं हो सकी। पुलिस ने इलाके में लोगों को उसके फुटेज दिखाए। इसी बीच एक दुकानदार ने बताया कि इस लड़के ने चार-पांच दिन पहले उसके साथ विवाद किया था। विवाद के बाद वह अपने भाईयों के साथ घर चला गया था। पुलिस ने उसके भाईयों के बारे में पता लगाया। भाईयों ने बताया कि अन्जार बिहार चला गया है। पुलिस की टीमें बिहार भेजी गईं। आरोपी की लोकेशन नेपाल बार्डर पर मिली। पुलिस ने उसे नेपाल बार्डर से हिरासत में लिया। आरोपी ने बताया कि बिहार में रोजगार की कमी है। ऐसे में वह भोपाल में रहने वाले अपने सौतेले भाईयों के पास काम के सिलसिले में आता-जाता रहता है। इसकी दूसरी वजह उसने यह भी बताई कि वह नशे का आदी है। बिहार ड्राय स्टेट होने की वजह से वह भोपाल आता जाता रहता है।

सीसीटीवी में हुआ था कैद
मामले का पर्दाफाश करने के लिए सीसीटीवी तलाशने के साथ पुलिस ने तकनीकी का इस्तेमाल कर सायबर सेल, एफएसल, फिंगर प्रिंट, डॉग स्कॉड की टीम से घटनास्थल का निरीक्षण कराया गया। संदेह के आधार पर अन्जार अहमद पुत्र सोहेल अख्तर निवासी इस्लामपुरा को चिन्हित किया गया। इसके बाद 22 अक्टूबर को अन्जार के पकड़ने के लिए जिला- अगरिया, बिहार नेपाल बॉर्डर के पास भोपाल से करीब 1500 किलोमीटर दूर टीम को रवाना किया गया। पुलिस टीम दीपावली का त्यौहार न देखते हुए तुरंत नेपाल बॉर्डर के लिए रवाना हुई और आरोपी के पकड़ा। आरोपी ने पूछताछ में मोती मस्जिद से कलश चोरी करने की बात कबूली। जब पुलिस कलश के बारे में पूछा तो उसने सेंट्रल लाइब्रेरी के पास नाले में कलश को फेंकना बताया। जिसे पुलिस टीम ने 4 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद नगर निगम टीम की मदद से जेसीबी मशीन लगाकर सेंट्रल लाइब्रेरी के पास नाले से आरोपी की बताई जगह से चोरी किया गया कलश बरामद किया।

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