मैनिट में टाइगर, न बाहर निकला, न पिंजरे में फंसा: दो दिन ‘वेट एंड वॉच’ का प्लान, फिर रेस्क्यू कर सकता वन विभाग; तालाब एरिया में मूवमेंट

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भोपालएक घंटा पहले

भोपाल के मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) में पिछले 7 दिन से टाइगर घूम रहा है। वह न तो मैनिट से बाहर निकला है और न ही पिंजरे में फंसा है। ट्रैप कैमरे और फुटप्रिंट में उसका मूवमेंट लगातार है। ऐसे में दो दिन ‘वेट एंड वॉच’ का प्लान है। इसके बाद वन विभाग टाइगर का रेस्क्यू कर सकता है। अभी तालाब के पास उसका मूवमेंट दिख रहा है।

टाइगर का मूवमेंट सबसे पहले 2 अक्टूबर की रात में देखा गया था। बाइक सवार 3 स्टूडेंट्स ने टाइगर देखा था। इसके बाद से ही वन विभाग के 20 अधिकारी-कर्मचारियों की टीमें मैनिट में डेरा डाले हुए हैं। 7 दिन के भीतर टाइगर दो से तीन बार ट्रैप कैमरे में कैद हुआ, जबकि चार गायों पर हमला किया। इनमें से दो गायों की मौत हो गई। टाइगर के फुटप्रिंट भी पुलिया, आठ नंबर हॉस्टल और तालाब के आसपास मिले हैं। इसलिए 6 ट्रैप कैमरे और पिंजरों की मदद से टाइगर को पकड़ने की कोशिशें चल रही हैं। बावजूद वह पकड़ में नहीं आया है।

अभी ‘वेट एंड वॉच’ कर रहे
डीएफओ आलोक पाठक ने बताया कि अभी ‘वेट एंड वॉच’ की रणनीति अपना रहे हैं। टाइगर के मूवमेंट वाले स्थानों पर पिंजरे रखे हैं। ताकि, वह पिंजरों में आ जाए। दो-तीन दिन तक और देखेंगे। इसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों से बात करेंगे। रेस्क्यू भी कर सकते हैं।

अभी हॉस्टल में ही रहे स्टूडेंट्स
टाइगर के मूवमेंट के बाद मैनिट प्रबंधन ने स्टूडेंट्स को हॉस्टल में ही रहने को कहा है। उनकी ऑनलाइन क्लॉस ली जा रही है। मैनेजमेंट टाइगर के पकड़ में आने या बाहर चले जाने के बाद ही ऑफलाइन क्लॉसेस पर फैसला करेगा। बता दें कि मैनिट में करीब 5 हजार स्टूडेंट्स पढ़ते हैं। वहीं, स्टॉफ समेत उनके परिजनों की संख्या करीब एक हजार है। कई लोगों ने गायें भी पाल रखी है। इन्हीं में से चार गायों पर टाइगर ने हमला किया है। नगर निगम ने यहां से गायों को पकड़ने की कार्रवाई की है। रहवासियों को चेताया गया है कि वे भी बाहर नहीं निकले और घर में ही रहे।

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