मूसली की खेती में अव्वल: खेल ही नहीं, खेती में भी आगे ‘रायबिड़पुरा’ सफेद मूसली की खेती में कमा रहे नाम-दाम

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खरगोनएक घंटा पहले

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ग्राम रायबिड़पुरा वैसे तो ब्रिज खेल को लेकर जिले से अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहचाना जाता है। लेकिन खेल के साथ खेती के मामले में भी रायबिड़पुरा प्रयोगों की भूमि है। गांव के अधिकांश किसान वैज्ञानिक रूप से सफेद मूसली की खेती करते हैं। पिछले कुछ वर्षों में गांव के अधिकांश किसान खेतों में सफेद मूसली लगाकर बेहतर उत्पादन से मुनाफा कमा रहे हैं। यहां के किसानों के लिए सफेद मूसली की फसल सफेद सोना बनने लगी है। बेहतर मुनाफे के चलते पिछले एक दशक से यहां बड़ी मात्रा में सफेद मूसली की खेती की जा रही है।

700 घरों की आबादी वाले रायबिड़पुरा गांव में 600 से ज्यादा किसान परिवार निवासरत हैं। गांव में औसतन 400 एकड़ से ज्यादा कृषि भूमि में सफेद मूसली लगाई गई है। मई-जून माह में लगने वाली यह फसल अक्टूबर तक आती है। किसानों का कहना है कि यदि बीज घर का ही हो तो सफेद मूसली की खेती लाभ का व्यवसाय है। इससे बेहतर आमदनी होती है।

सफेद मूसली के साथ लेते हैं अन्य फसल भी
ग्राम के किसान महेश गुर्जर ने बताया सफेद मूसली की खेती करने का सबसे सही तरीका है कि खुद बीज तैयार किया जाए। एक एकड़ में 4 से 6 क्विंटल बीज लगता है। परिस्थितियां अनुकूल रहे तो तीन से चार गुना फसल आती है। फसल की सबसे बड़ी खासियत है कि मूसली के बीज लगाते समय थोड़ी दूरी रखी जाय तो बीच में तुअर जैसी अन्य फसल भी ली जा सकती है।

एक बार बिजाई से दो फसल
मूसली को भरपूर पानी की जरूरत होती है ताकि फंगस न लगे। किसानों ने बताया कि मूसली की फसल पूरी तरह तैयार होने पर इसकी पत्तियां अपने आप गिरने लगती हैं। मूंगफली की तरह इस पर भी नीचे लंबी सिल्लियां लगती हैं। इसे निकालने, छीलने और फिटकरी के पानी से धोने के बाद तेज धूप में सुखाया जाता है। सूखी सफेद रंग की सलाइयों के बाजार में अच्छे दाम मिलते हैं। इस फसल के बीज जमीन में ही सुरक्षित रहते हैं और आगामी बोवनी के समय इन्हें खेतों से निकालकर तैयार कर दोबारा बोया जाता है। वर्तमान समय में सफेद मूसली के भाव 800 से 1200 रुपए प्रति किलो बिक रही है। यहां की सफेद मूसली की थोक आवक के कारण खंडवा, रतलाम, खरगोन, इंदौर और मुंबई से व्यापारी खरीदी के लिए पहुंच रहे हैं।

जून में बोई फसल 100 दिनों में होती तैयार

  • 70 से 75 हजार रुपए प्रति क्विंटल है सूखी मूसली का भाव।
  • 10 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक बिकता है मूसली का बीज।

“जिले के ग्राम रायबिड़पुरा में पिछले करीब 10 वर्षों से किसान सफेद मूसली की खेती कर रहे हैं। किसानों को अब इस फसल को लेकर अच्छा अनुभव हो गया है। इसके परिणाम हैं कि अब उन्हें बेहतर उत्पादन मिल रहा है। इसके चलते अन्य फसलों की अपेक्षा बेहतर आमदनी होती है।” एमएस मुजाल्दा, उपसंचालक उद्यानिकी विभाग

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