मुरैना में सपेरों की जमीन हड़पी: दबंगों ने आवास दिलाने के बहाने बैयनामा के कागजों पर करवा लिए हस्ताक्षर

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मुरैनाएक घंटा पहले
मुरैना में सपेरा जाति के लोगों की जमीन हड़पने का मामला सामने आया है। दबंगों ने आवास दिलाने के बहाने उनसे कागजों पर हस्ताक्षर व अंगूठा निशान लगवा लिए। सपेरों को पता नहीं था, उन्होंने बयनामा के कागजों पर हस्ताक्षर कर दिए। बाद में उन्हें मालूम हुआ कि उनके साथ धोखा हुआ है, उनकी जमीन धोखे से हड़प ली गई है। अपने साथ हुए छलावा व अन्याय के खिलाफ गुहार लगाने लगभग आधा सैकड़ा सपेरे व उनकी पत्नियां बच्चों के साथ एसपी आफिस पहुंचे। वहां सपेरों ने एसपी आशुतोष बागरी को रोते हुए पूरी बात बताई। बता दें, कि मुरैना के गोठियापुरा निवासी वासिक नाथ सपेरा पुत्र भैरवनाथ सपेरा एवं भरतनाथ सपेरा सहित लगभग आधा सैकड़ा लोग एसपी आफिस पहुंचे। वहां उन्होंने एसपी आशुतोष बागरी को आवेदन देकर कहा कि उनकी जमीन दबंगों ने हड़प ली है। उन्होंने बताया कि गिर्राज पुत्र हरीसिंह, निवासी सुआलाल का पुरा तथा जयवीर सिंह पुत्र जण्डेल सिंह निवासी रन्चौली, थाना नूराबाद उनके पास आए और उनसे कहा कि हम तुम्हें सरकार की तरफ से तुम लोगों को मिलने वाले आवास दिला देंगे। वह लोग उनकी बातों में आ गए। वे लोग पढ़े-लिखे नहीं है। लिहाजा उन लोगों ने आवास दिलाने के बहाने उनसे बैयनामा पर हस्ताक्षर करा लिए। अब, उन्होंने बैयनामा कराने के बाद उनकी कृषि भूमि पर कब्जा कर लिया है। जब उन लोगों ने इस बात का विरोध किया तो दबंगों ने उन्हें धमकी दी है कि अभी तो तुम्हारी जमीन कब्जाई है, अब तुम्हारे घरों पर कब्जा कर लेंगे और तुम्हें यहां से भगा देंगे। अपने साथ हुए छलावा व अन्याय के खिलाफ गुहार लगाने सपेरे अपनी पत्नी व बच्चों को लेकर एसपी के पास पहुंचे और रोते हुए पूरी बात बताई

एसपी ऑफिस पहुंचते सपेरा जाति के लोग
आजीविका का एकमात्र साधन है जमीन
सपेरों ने एसपी को बताया कि यह जमीन उनकी आजीविका का एकमात्र साधन है। इसी जमीन पर वह कृषि करके अपने व अपने परिवार का पालन पोषण करते है। अगर वह जमीन उन्हें नहीं मिली तो उनकी सपरिवार भूखों मरने की नौबत आ जाएगी।

एसपी के सामने गिड़गिड़ाते सपेरे
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