मुरैना पटाखा बिस्फोट हादसा: घायलों में दो की मौत, मरने वालों की संख्या 4 से बढ़कर हुई 6

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मुरैना40 मिनट पहले
मुरैना के बानमोर में हुए पटाखा बिस्फोट के हादसे की भयावकता निरंतर बढ़ती जा रही है। इस घटना में घायल 8 लोगों में से दो की मौत हो चुकी है। चार लोगों की मौके पर ही मौत हो चुकी थी, अब दो की मौत के बाद मरने वालों की संख्या बढ़कर चार हो गई है। इस घटना की वजह मुरैना पुलिस की लापरवाही सामने आई है। जिस पर कार्रवाही करते हुए गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने चार कर्मचारियों को निलंबित करने के तत्काल आदेश दे दिए थे, लेकिन इस घटना के मुख्य रुप से जिम्मेदार थाना प्रभारी वीरेश कुशवाह व SDOP दीपाली चंदौरिया को विभाग साफ बचा ले गया है। बता दें, कि यह घटना इतनी वीभत्स थी कि मरने वालों के शरीर के चिथड़े उड़ गए थे। जो जमील खां पटाखा बना रहा था उसका पूर परिवार इस घटना में खत्म हो गया वहीं अन्य बेकसूर मारे गए। जिसने भी इस घटना को देखा उसकी आंखों से बारूद से झुलसे शरीर आज भी ओझल नहीं हो रहे हैं।

मृतक 7 साल का मासूम गोलू
इनकी हो चुकी मौत
इस घटना में मौके पर ही चार लोगों की मौत हुई थी। इनमें जमील खां की 35 वर्षीय पत्नी अन्नो खां, जमील खां की 8 वर्षीय बेटी जोया खां, पड़ोस में रहने वाला पप्पू गुर्जर जो कि पुड़िया(गुटखा) लेने आया हुआ था तथा 7 साल का मासूम गोलू उर्फ विजय प्रजापति जो कि उसी मकान में मौजूद दुकान पर बिस्किट लेने आया हुआ था। इस घटना में जो आठ लोग गंभीर रुप से घायल हुए थे उनमें शामिल जमील खां का 20 वर्षीय जवान बेटा शाहिद खां व विशाल बाल्मीक की बाद में मौत हो गई है। इस प्रकार मरने वालों की संख्या अब 6 तक पहुंच गई है।
इन लोगों की हालत गंभीर हो सकती है मौत
इस घटना में गंभीर रुप से घायल अमीन खां जो कि जमील खां का 18 वर्षीय बेटा है तथा 10 वर्षीय बेटा नवीन खां, निर्मल जैन व राज ब्लामीक की हालत गंभीर बताई जा रही है। चिकित्सकों की माने तो इनके भी जीवन का भरोसा नहीं है। अगर बच भी गए तो जीवन भर अपंग जले शरीर के साथ रहने को मजबूर रहेंगे।

बिलखता पप्पू गुर्जर का बड़ा भाई
चारों तरफ धूम है बानमोर के चुंगा पटाखे की धूम
बानमोर में पटाखों के अवैध कारोबार की धूम ग्वालियर से लेकर धौलपुर तक है। बानमोर में चुंगा पटाखा बनता है जिसकी आवाज बहुत तेज होती है। यह पटाखा यहां गली-गली बनता है तथा अवैध रुप से बनाया जाता है। इससे पहले भी वहां छिटपुट बिस्फोट होते रहे लेकिन कभी इतना बड़ा बिस्फोट पहली बार हुआ है। ग्वालियर, मुरैना व धौलपुर तक के लोग बानमोर से पटाखे लेकर जाते थे। इन शहरों के थोक व्यापारियों के यहां बानमोर से पटाखों की सप्लाई होती है।
SP कार्रवाई से पीछे हटे तो गृह मंत्री ने लिया तुरंत एक्शन
सबसे खास बात यह है कि इतने बड़े हादसे के बाद मुरैना एसपी आशुतोष बागरी ने जिम्मेदार अधिकारियों पर कोई एक्शन नहीं लिया। जब हादसे की जानकारी गृह मंत्री को लगी तो उन्होंने प्रेस वार्ता कर इस मामले में मुख्य रुप से जिम्मेदार चार कर्मचारियों को तत्काल निलंबित करने के आदेश जारी कर दिए, साथ ही थाना प्रभारी वीरेश कुशवाह जो कि इस मामले में सीधे रुप से जिम्मेदार है तथा एसडीओपी दीपाली चंदौरिया जो कि परोक्ष रुप से जिम्मेदार हैं, उनके खिलाफ जांच के आदेश दिए। अब जांच के नाम पर जिले का आला अधिकारी इन दोनों अधिकारियों को बचाने के लिए प्रयासरत बताए जा रहे हैं।
पांच घरों में नहीं मनी दीवाली
इस हादसे में जिन लोगों की मौत हुई है या फिर घायल हैं उन पांच घरों में दीपावली का त्योहार नहीं मना है। उनके घरों में मातम पसरा है। त्योहार के दिन होने वाली खुशी की जगह रोने की आवाजें आ रही हैं। घर तो घर आस-पास के पड़ोसी तक इस हादसे के बाद सहमें और दु:खी हैं। वहीं दूसरी तरफ इस घटना के जिम्मेदार पुलिस अधिकारी जिनको सिर्फ इन अवैध पटाखा निर्माताओं से होने वाली अवैध वसूली से मतलब होता था, अपने घरों में दीवाली की खुशियां मना रहे हैं। उनके चेहरों पर शिकन तक नहीं है।

हादसे की बाद की तस्वीर
कहते हैं अधिकारी
इस घटना में दो और लोगों की मौत हो गई है। यह लोग गंभीर रुप से घायल हैं। लिहाजा अब मरने वालों की संख्या बढ़कर 6 हो गई है। घायलों का इलाज उनके परिजन करा रहे हैं।
रायसिंह नरवरिया, ASP, मुरैना
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