मालिक का कर्ज उतारने बना वाहन चोर: गैंग से 37 मोटरसाइकिल बरामद, भोपाल-इंदौर से बाइक चोरी कर गांवों में बेचा

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भोपाल35 मिनट पहले
अशोका गार्डन पुलिस ने मोटरसाइकिल चोरी करने वाले मास्टर माइंड को पकड़ा है। इसके साथ ही पुलिस ने चोरी की गाड़ी बेचने, ग्राहक तलाशने वाले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इनकी निशानदेही पर चोरी की 37 मोटरसाकिल जब्त की हैं। गिरोह का मास्टर माइंड लॉकडाउन के दौरान मालिक पर चढ़ा कर्जा उतारने के लिए वाहन की चोरी कर रहा था। डीसीपी सांई कृष्ण थोटा ने बताया कि इलाके में चल रही चेकिंग के दौरान बाइक सवार दो युवक गाड़ी पलटाकर भागने लगे, जिन्हें पुलिस ने घेराबंदी कर पकड़ लिया। पूछताछ करने पर युवकों ने अपने नाम अमित राठौर उर्फ अंतिम (36) निवासी ग्राम साई आर्या कालोनी हरदा और धर्मेंद्र सिंह (36) निवासी खुशीपुरा चांदबड़ बजरिया बताया। गाड़ी कागजात मांगने पर वह नहीं दिखा पाए। पुलिस ने वीडीपी पोर्टल पर सर्च किया तो उक्त बाइक अशोका गार्डन से ही चोरी होने का पता चला।
पूछताछ करने पर दोनों ने इसी इलाके से करीब 10 दोपहिया वाहन चोरी करना स्वीकार किया। दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर चार दिन के पुलिस रिमांड पर लिया। रिमांड के दौरान पूछताछ में सामने आया कि आरोपी कई वाहन की चोरी कर चुके हैं। इसके बाद पुलिस ने दोनों की निशानदेही पर 17 दोपहिया वाहन बरामद किए। आरोपियों ने बताया कि करीब बीस दोपहिया वाहन उन्होंने दीपक रघुवंशी, किशन सेन और दिनेश चौरिया को बेचने के लिए दिए हैं।
पुलिस ने इन तीनों को भी गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर 20 दोपहिया वाहन बरामद हुए। पांचों आरोपियों से चोरी के 37 दोपहिया वाहन बरामद हुए, जिनकी कीमत करीब 30 लाख रुपए होने का पुलिस दावा कर रही है। गिरोह का मास्टर माइंड हरदा निवासी अमित राठौर उर्फ अंतिम है। वह अकेले ही वाहनों की चोरी करता है। जबकि अन्य आरोपी वाहनों को बेचने, ग्राहक तलाशने का काम करते हैं। उसने करीब डेढ़ में अकेले ही 37 वाहन चोरी किए।
लॉकडाउन में चढ़ गया था कर्जा
पुलिस पूछताछ में सामने आया धमेंद्र सिंह इंदौर में ढाबा चलाता था। ढाबे पर किशन शराब की सप्लाई करता था, जबकि अमित वेटर था। लॉकडाउन के दौरान ढाबा बंद हो गया। इस दौरान धर्मेंद्र ही किशन व अमित का आठ महीने तक खर्चा उठाता रहा। जब लॉकडाउन हटा, तो धर्मेंद्र पर भारी कर्जा चढ़ चुका था। इसे उतारने के लिए किशन व अमित ने वाहनों की चोरी की योजना बनाई।
आरोपियों ने पहले इंदौर में दोपहिया वाहन चोरी किए। बाद में धर्मेंद्र व अमित भोपाल के खुशीपुरा में रहने लगे, जबकि किशन विदिशा चला गया। विदिशा में किशन अपने दोस्त दीपक दीपक रघुवंशी (20) के खेत में चोरी के वाहन छुपाने लगा। इस दौरान वाहन बेचने के लिए एक अन्य दोस्त दिनेश चौरिया (20) ग्राम अमरपुरा थाना सिद्दीकगंज जिला सीहोर को भी शामिल कर लिया।
अय्याशी में भी उड़ाया पैसा
आरोपी वाहन चुराने के बाद उसे बेचकर शराब व पार्टी का खर्चा निकालकर पूरी राशि धर्मेंद्र को देते थे। जिससे वह अपने ऊपर चढ़ा कर्जा उतार रहा था। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने 10-10 हजार रुपए में वाहन बेचे हैं। पांचों आरोपी अविविवाहित हैं। पुलिस की जांच में सामने आया है। अमित मास्टर माइंड है। वह अकेले ही वाहन की चोरी करता था।
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