महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण: डिजिटल, विशेष प्रकार की लाइटिंग ले साथ अनावरण

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नर्मदापुरम7 मिनट पहले

क्षत्रिय राजपूत समाज के गौरव वीर शिरोमणि महाराणा प्रताप की प्रतिमा का रविवार शाम को डिजिटल, विशेष प्रकार की लाइटिंग के साथ भव्य तरह से अनावरण हुआ। प्रदेश के खनिज संसाधन एवं नर्मदापुरम जिले के प्रभारी मंत्री बृजेंद्र प्रताप सिंह ने नर्मदा कॉलेज के सामने महाराणा प्रताप की प्रतिमा का अनावरण किया। मंत्री प्रताप ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि राजपूत समाज एक वो समाज है जहां पर उसको एक शासन करने के लिए सौंपा गया था और उस समय के वो दिन भी हमें मालूम है जो हम इतिहास में पढ़ते हैं कई लोगों ने हमारे बीच से कई आहुतिया दी हैं। आज सिर्फ उसमें आहुति देने वाले वीर ही नहीं थे, बल्कि वीरांगनाए भी रही। जिसमे कई लोगों की आहुतियां से आज भारत का और हमारा वर्चस्व कायम हुआ है। ये हमारा हिंदू धर्म जो कायम हुआ है उसमें राजपूत समाज का भी एक बड़ा योगदान है। प्रतिमा के अनावरण के तैयारी जिला क्षत्रिय राजपूत परिषद और करणी सेना द्वारा की गई। प्रतिमा के अनावरण के दौरान डिजिटल और विशेष प्रकार की लाइटिंग से प्रतिमा स्थल को सजाया गया। साथ ही लोकार्पण के दौरान शहरवासियों के लिए आकर्षक लाइटिंग की गई।

कार्यक्रम के दौरान सांसद राव उदय प्रताप सिंह, पूर्व मंत्री, विधायक जयवर्धन सिंह, नर्मदापुरम विधायक सीताशरण शर्मा सोहागपुर विधायक विजयपाल सिंह, नगर पालिका परिषद अध्यक्ष नीतू यादव, महिला मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष माया नारोलिया, भाजपा नेता पीयूष शर्मा सहित भारी संख्या में क्षत्रिय राजपूत समाज के लोग उपस्थित रहे।

इटेलियन मोम पद्धति से बनी महाराणा प्रताप

नर्मदा कॉलेज के सामने स्थापित महाराणा प्रताप की

13 फीट प्रतिमा लंबी इटेलियन मोम पद्धति से बनी है। राजपूत समाज के जिलाध्यक्ष उमेश सिंह ठाकुर ने बताया प्रतिमा का वजन 12 क्विंटल है। जयपुर के मूर्तिकार लक्ष्मण व्यास ने प्रतिमा को तैयार किया है।

200 से ज्यादा प्रतिमाएं बना चुके हैं लक्ष्मण व्यास

नर्मदापुरम में महाराणा प्रताप की प्रतिमा तैयार करने वाले मूर्तिकार लक्ष्मण व्यास ने देश के पंजाब, हरियाणा, उप्र, मप्र सहित अन्य राज्यों में अलग-अलग महापुरुषों और शहीदों की प्रतिमाएं तैयार कर चुके हैं। उन्होंने देश के कई राज्यों में अब तक करीब 200 प्रतिमाएं लगाई हैं। उनकी प्रतिमाएं दिल्ली एयरपोर्ट और बाघा बॉर्डर भी लगी हैं। उन्होंने बताया कि उन्होंने अब तक तेजाजी महाराज, गोगा जी महाराज, राणा सांगा, अमर सिंह राठौड़, इंदिरा गांधी सहित कई अन्य लोगों की प्रतिमाएं तैयार कर चुके हैं।

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