मध्यप्रदेश में कार्बाइड गन का कहर : छीनी 24 बच्चों की आंखों की रोशनी; 300 एडमिट… भोपाल से इंदौर तक मचा हाहाकार

मध्य प्रदेश में इस बार की दिवाली पर ‘कार्बाइड गन’ का कहर देखने को मिला. प्रदेश में अब तक 300 से ज्यादा बच्चों की आंखों पर इसका असर देखने को मिला है. वहीं पूरे प्रदेश में करीब दो दर्जन बच्चों की आंखों की रोशनी पूरी तरह जा चुकी है. वहीं कई बच्चे ऐसे हैं, जिनका इलाज चल रहा है. भोपाल के सेवा सदन अस्पताल में भी कई बच्चों का इलाज चल रहा है. यहां अब तक 61 केस सामने आए हैं, जिसमें से 48 का प्राथमिक उपचार कर छोड़ दिया गया. वहीं 11 का ऑपरेशन किया गया.
डॉक्टर ने बताया कि ये पहली बार हुआ, जब कार्बाइड गन के मामले सामने आए. चार बच्चे गंभीर हैं. वहीं लगातार आंखों के ऑपरेशन कर रहीं डॉक्टर प्रेरणा का कहना है कि अब तक हमारे पास 61 मामले सामने आए हैं, जिसमें से 4-5 काफी गंभीर हैं. उनकी आंखों की सर्जरी की गई है.
कैसे काम करती है ये कार्बाइड गन?
दरअसल, इस कार्बाइड गन को पाइप से बनाया गया है. बाजार में इसकी कीमत महज 150 से 200 रुपए है. इसमें कार्बाइड डालना होता है. उस पर पानी लिंकिंग बूंदें. इसके बाद इसे तेज हिलाना होता है. फिर कार्बाइड गन के पीछे लगे लाइटर को दबाना होता है, जिसके बाद ब्लास्ट होता है. कई बच्चों ने इसे आंख पर चला दिया. हालांकि पुलिस या प्रशासन दिवाली के समय ही सख्ती रखता तो शायद इतनी समस्या नहीं होती. इतने मासूमों की आंखों की रोशनी पर बात नहीं आती.
पुलिस कमिश्नर ने कहा- 100 से ज्यादा कार्बाइड गन जब्त
वहीं इस मामले को लेकर भोपाल पुलिस कमिश्नर हरिनारायचारी मिश्र ने कहा कि अब तक 100 से ज्यादा कार्बाइड गन जब्त की गई हैं. लगातार कार्रवाई जारी है. वहीं देर से हुई कार्रवाई के सवाल पर पुलिस कमिश्नर ने कहा कि लगातार इसे लेकर कार्रवाई जारी है. इसे रखना या चलाना अवैध है.
CMHO ने कहा- अलग-अलग अस्पतालों में मरीज
इस मामले को लेकर भोपाल CMHO मनीष शर्मा ने कहा कि भोपाल के अलग-अलग अस्पतालों में कई मामले इसके सामने आए हैं. बच्चों का इलाज जारी है. वहीं आज उपमुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ला और नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार भी आज भोपाल के हमीदिया अस्पताल मरीजों का हाल जानने पहुंचे.
पूरे प्रदेश में घायलों की कुल संख्या 300 से अधिक
भोपाल: 150 मामले
विदिशा: 50 मामले
सीहोर: 28 मामले
ग्वालियर: 19 मामले
उज्जैन: 15 मामले
इंदौर: 11 मामले
शिवपुरी: 10 मामले
रायसेन: 3 मामले
दतिया: 2 मामले रतलाम: 1 मामला
(ये संख्याएं घायलों की हैं और अनुमानित हैं)




