मंडला मड़ई से हुआ मड़ई मेलों का आगाज: राजराजेश्वरी मंदिर प्रांगण में विधि-विधान से किया परंपरा का निर्वहन

[ad_1]

मंडला4 घंटे पहले

राजराजेश्वरी मंदिर प्रांगण में गुरुवार को मंडला मड़ई आयोजन के साथ ही मड़ई की शुरुआत हो गई। दीपावली के दूज को लगने वाली यह मड़ई में एक दिन का अंतर आ गया है क्योंकि इस बार मंगलवार को सूर्य ग्रहण के कारण भाई दूज बुधवार को न मनाकर गुरुवार को मनाई गई और इसी दिन मंडला मड़ई का आयोजन भी किया गया है।

निकाली गई चंडी देवी की शोभायात्रा

मान्यताओं के अनुसार सबसे पहले चंडी देवी के पूजन के साथ ही मड़ई में चंडी ब्याहने की परंपरा है। शहर के राजराजेश्वरी वार्ड में किला परिसर में हर साल की तरह मड़ई का आयोजन किया गया। जिसकी शुरुआत पंडा द्वारा चंडी देवी के पूजन के साथ की गई। किले से निकाली गई चंडी देवी की शोभायात्रा के दौरान बड़ी संख्या में लोग सड़क किनारे अपने हाथों में चावल लिए खड़े थे, और जैसे ही शोभायात्रा पहुंची सड़क किनारे खड़े लोगों ने अपने उपर से चावल का उतारा करके चंडी देवी की ओर फेक दिया। मान्यता है कि ऐसा करने से सभी तरह की बाधाएं दूर होती हैं और सुख-शांति-समृद्धि की प्राप्ति होती है।

विधि-विधान से होता है पूजन

पंडा घनश्याम नंदा ने बताया कि उनकी यह तीसरी पीढ़ी चल रही है। तब से उनके परिवार द्वारा चंडी देवी की मड़ई में पूजन, स्थापना की जा रही है। मड़ई में स्थापना के पूर्व चंडी देवी का घर में विधि-विधान के साथ पूजन किया जाता है इसके बाद शहर में शोभायात्रा निकाली जाती है।

नपा उपाध्यक्ष ने किया व्यवस्थाओं का निरीक्षण

नगर पालिका उपाध्यक्ष अखिलेश कछवाहा ने गुरुवार को नगर की सांस्कृतिक धरोहर इंदिराजी वार्ड के राजराजेश्वरी मंदिर प्रांगण में आयोजित मंडला मड़ई में पहुंचकर नगरपालिका द्वारा बनाई गई व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। व्यापारियों से व्यवस्था को लेकर उनकी प्रतिक्रिया ली। साथ ही उन्होंने श्रीचंडी माता की पूजा अर्चना कर नगर की खुशहाली के लिए कामना की। मड़ई में अहीर समाज द्वारा नपा उपाध्यक्ष का स्वागत भी किया गया। इस दौरान वार्ड पार्षद अनिल दुबे, दिलीप नंदा, दीपक बैरागी एवं अन्य साथी मौजूद रहे।

खबरें और भी हैं…
[ad_2]
Source link

Related Articles

Back to top button