भोपाल रेल मंडल: चलती ट्रेन से ट्रैक की निगरानी; इंजन पर लगेंगे कैमरे, 100 से 550 तापमान में भी करेंगे काम

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भोपाल16 मिनट पहले
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अब चलती ट्रेन के सामने वाले ट्रैक पर भी रेलवे नजर रखेगा।
अब चलती ट्रेन के सामने वाले ट्रैक पर भी रेलवे नजर रखेगा। इसके लिए रेलवे ने भोपाल रेल मंडल सहित पश्चिम-मध्य रेल जोन की ट्रेनों में लगने वाले इंजनों पर 2 से लेकर 4 हाई रेजोल्यूशन कैमरे इंस्टॉल करना शुरू कर दिया है। यह कैमरे माइनस 10 डिग्री से लेकर 55 डिग्री सेल्सियस तापमान में भी काम कर सकेंगे। इनकी रिकॉर्डिंग को 90 दिन तक सुरक्षित रखा जा सकेगा।
इन कैमरों के लग जाने से ट्रेन के आगे आने वाली रुकावट, ओएचई व सिग्नल आदि की जानकारी रेल प्रशासन को मिलती रहेगी। साथ ही ट्रेनों की अधिकतम सेफ्टी भी सुनिश्चित की जा सकेगी। किसी भो अप्रिय स्थिति में इन कैमरों से घटना का कारण जानने और सबूत के तौर पर मदद मिलेगी। यह सीसीटीवी कैमरे आईपी बेस्ड होंगे, ताकि रिमोट मॉनिटरिंग की जा सके। इनकी रिकॉर्डिंग को सामान्यत: डिलीट नहीं किया जा सकेगा। इसमें नाइट विजन का प्रावधान है, जो कम लाइट में भी काम करता है।
बता दें कि पश्चिम मध्य रेल पर कुल 55 लोको में क्रू वॉइस एवं वीडियो रिकॉर्डिंग सिस्टम लगाया जा चुका है। इसमें इटारसी में 20, न्यू कटनी जंक्शन में 13 और तुगलकाबाद में 22 लोको में यह सिस्टम इंस्टॉल किया जा चुका है। जल्द ही पश्चिम-मध्य रेल के 445 बचे हुए लोको/ इंजनों में भी यह सिस्टम लगाएगा।
इंजन के अंदर कैमरे लोको पायलट पर रखेंगे नजर
इस योजना के तहत हर इंजन में 6 से 8 आईपी बेस्ड डिजिटल सीसीटीवी कैमरे, 8 चैनल का एनवीआर और 4 टीवी हार्ड डिस्क लगाई जाएगी। वॉइस रिकॉर्डिंग के लिए कैमरों में माइक्रोफोन इनबिल्ट है। इनमें से 2 से 4 कैमरे इंजन की छत पर आगे और पीछे लगाए जाएंगे। जबकि दो कैमरे केबिन-1 और 2 कैमरे केबिन-2 में लगाए जाएंगे। इससे लोको पायलट और असिस्टेंट लोको पायलट पर भी नजर रखी जा सकेगी।
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