भोपाल में क्लोरीन गैस का फिर रिसाव!: एक कर्मचारी बेहोश, वेंटिलेटर पर शिफ्ट; वाल्व खोलते समय हुई घटना

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भोपाल16 मिनट पहले
- 26 अक्टूबर को सिलेंडर लीक होने से 70 से ज्यादा परिवार हुए थे प्रभावित
राजधानी भोपाल के ईदगाह हिल्स स्थित वाटर फिल्टर प्लांट में सोमवार को क्लोरीन गैस का फिर से रिसाव होने का मामला सामने आया है। वाल्व खोल रहे एक कर्मचारी की अचानक तबीयत बिगड़ गई और उसे टीबी हॉस्पिटल में भर्ती कराना पड़ा। फिलहाल वह वेंटिलेटर पर शिफ्ट है। छह दिन पहले क्लोरीन गैस से 70 से अधिक परिवार प्रभावित हुए थे। हालांकि, दोबारा गैस रिसाव के मामले में जिम्मेदारों ने चुप्पी साध ली है। फिलहाल वे कुछ भी कहने से इनकार कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि समय रहते मामला संभाल लिया गया, लेकिन प्लांट में काम करने वाले कर्मचारी और आसपास के रहवासी दहशत में आ गए।
ताजा मामला सोमवार सुबह सामने आया है। एक कर्मचारी काम कर रहा था। इसी दौरान वह बेहोश हो गया। इसके बाद उसे टीबी हॉस्पिटल ले जाया गया। जहां उसे वेंटिलेटर पर रखा गया है। डॉक्टरों का कहना है कि कर्मचारी को हमीदिया हॉस्पिटल में रैफर किया जाएगा।
मामले में साधी चुप्पी
इधर, मामले में जानकारी लेने के लिए नगर निगम के अफसरों ने चुप्पी साध ली है। कोई भी इस मामले में कुछ भी कहने से इनकार कर रहा है। इंचार्ज असिस्टेंट इंजीनियर (AE) देवेश गहरवाल मोबाइल रिसीव नहीं कर रहे हैं। एक वरिष्ठ अफसर का कहना है कि क्लोरीन गैस के रिसाव जैसा मामला नहीं है। हालांकि, कर्मचारी की तबीयत कैसे बिगड़ी, यह वे नहीं बता पा रहे हैं।

इस टैंक में रखा था क्लोरीन गैस का सिलेंडर।
चार दिन पहले ही बड़ा मामला
26 अक्टूबर की शाम को भोपाल के ईदगाह हिल्स स्थित मदर इंडिया कॉलोनी में क्लोरीन गैस का सिलेंडर का वॉल्व लीक होने से हड़कंप मच गया। बस्ती में रहने वाले लोगों की आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ होने लगी थी। गैस रिसने से लोगों की रात खौफ में कटी थी। इसके बाद मदर इंडिया कॉलोनी में नाले के किनारे रहने वाले 70 से ज्यादा परिवारों को शिफ्ट किया गया। वहीं, इलाके में ड्यूटी कर रहे शाहजहांनाबाद TI सौरभ पांडे की तबीयत रात में बिगड़ गई। उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ होने पर 10 से ज्यादा लोगों को हमीदिया में भर्ती कराया गया। हालांकि, अब लोगों की तबीयत ठीक हो गई, लेकिन सोमवार को फिर एक कर्मचारी की तबीयत बिगड़ गई। यह भी पढ़े

भोपाल में बुधवार रात कुछ देर के लिए 1984 के गैसकांड की यादें ताजा हो गईं। नगर निगम के वाटर फिल्टर प्लांट से क्लोरीन गैस रिसी तो लोगों की सांसें फूलने लगीं। उनको आंखों में असहनीय जलन होनी लगी। खौफजदा लोग घर छोड़कर भागने लगे। भोपाल में क्लोरीन गैस रिसने से लोगों की रात खौफ में कटी। मदर इंडिया कॉलोनी में नाले के किनारे रहने वाले 70 से ज्यादा परिवारों को शिफ्ट करना पड़ा। ज्यादातर लोग आज सुबह घरों को लौटे। खाली घरों में चोरी न हो जाए, इसलिए बुधवार को रातभर पुलिस तैनात रही। यह भी पढ़े

दुनिया की सबसे बड़ी औद्योगिक त्रासदी झेल चुके भोपाल में बुधवार देर शाम एक बड़ा हादसा होने से टल गया। यहां नगर निगम के वाटर फिल्टर फ्लांट में तेजी से क्लोरीन गैस का रिसाव होने लगा। वहां तैनात कर्मचारियों ने सूझबूझ से जल्द ही हालात पर काबू पा लिया। इस घटना की गंभीरता इस बात से समझी जा सकती है कि पास की बस्ती में रहने वाले लोगों की आंखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ होने लगी। लोग बस्ती छोड़कर सड़क पर आ गए। यह भी पढ़े

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