भोपाल देश का 6वां सबसे साफ शहर: गार्बेज फ्री सिटी में 5 स्टार, वाटर प्लस का अवार्ड भी मिला, कचरे के पहाड़ पर बनाया पार्क

[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Mp
- Bhopal
- Garbage Free City And Water Plus Award Also, Position Improved; Park On The Mountain Of Garbage
भोपाल8 घंटे पहले
स्वच्छ सर्वेक्षण-2022 में मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल देश का 6वां सबसे साफ-सुथरा शहर बन गया। पिछली बार के सर्वेक्षण से अबकी बार भोपाल की रैंक में सुधर हुआ है। पिछली बार यह नंबर 7वां था। भोपाल को गार्बेज फ्री सिटी में 5 स्टॉर रेटिंग मिली है। इतना ही नहीं वाटर प्लस का खिताब भी अपने नाम किया है। इस मामले में मध्यप्रदेश में भोपाल इंदौर के बाद दूसरे नंबर पर रहा। भोपाल ने कचरे के पहाड़ भानपुर खंती को पार्क में तब्दील कर दिया, लेकिन सीवेज, पॉलिथीन का उपयोग और खुले में कचरा फेंकने जैसी समस्याओं के कारण भोपाल, इंदौर को पछाड़ नहीं पाया। 10 लाख से ज्यादा आबादी वाले शहरों में इंदौर ने जहां नंबर-1 की पोजिशन हासिल की है। वहीं, राजधानी छठें नंबर पर रहा। उसे साढ़े 7 हजार अंकों में से 6608 अंक मिले हैं। फाइव स्टॉर रैटिंग भी हासिल की है।

इन्होंने हासिल किया अवार्ड
महापौर मालती राय, कलेक्टर अविनाश लवानिया, निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी कोलसानी और अपर आयुक्त एमपी सिंह ने अवार्ड प्राप्त किया। निगम की स्वच्छता से जुड़ी टीम ने भी अवार्ड लिए।

रैंकिंग में भोपाल ने छठी पोजिशन हासिल की।
चौथे साल सुधरी पोजिशन
स्वच्छ सर्वेक्षण में भोपाल ने 2017 और 2018 में लगातार दो साल देश में दूसरी रैंक हासिल की थी, लेकिन इसके बाद वर्ष 2019 में भोपाल खिसककर 19वें नंबर पर आ गया था। उस समय अफसरों के लगातार तबादले के कारण तैयारियों की दिशा ही तय नहीं हो पाई थीं, लेकिन 2020 में कम बैक करते हुए 12 पायदान ऊपर खिसका और 7वीं रैंक हासिल की। वर्ष 2021 में भी 7वां स्थान हासिल किया था। अबकी बार पोजिशन छठी रही। कुल 45 सिटी में से यह रैंक हासिल की गई। वहीं, स्टेट में इंदौर के बाद भोपाल रहा।

भोपाल की भानपुर खंती से कचरे का पहाड़ खत्म किया गया। यह इनोवेशन में बड़ा कदम बताया जा रहा है।
भोपाल ने कई चुनौतियों से पार पाया
सफाई के मामले में भोपाल निगम ने कई चुनौतियों से भी पार पाया। इनमें सबसे बड़ी चुनौती के रूप में भानपुर खंती पर कचरे का पहाड़ था, जिसे खत्म किया गया। दो साल के भीतर भानपुर खंती से कचरे के पहाड़ को खत्म करते हुए वहां पार्क डेवलप किया गया। आदमपुर छावनी से भी कचरा साफ करते हुए उसे इस लायक बनाया कि वहां क्रिकेट खेला जा सके। नालों की सफाई को आम लोगों से जोड़ा। कचरा कलेक्शन मैनेजमेंट, कबाड़ से जुगाड़, जीरो वेस्ट कॉलोनी समेत कई नवाचार भी किए गए।

दिल्ली में कलेक्टर अविनाश लवानिया, निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी कोलसानी, अपर आयुक्त एमपी सिंह ने अवार्ड लिया।
निगम कमिश्नर केवीएस चौधरी कोलसानी लगातार मॉनिटरिंग करते रहे। वहीं, अपर आयुक्त एमपी सिंह भी जुटे रहे। इसके अलावा करीब 8 हजार सफाईकर्मी दिन-रात सफाई व्यवस्था में जुटे रहे।

भोपाल को फाइव स्टार रैंकिंग भी हासिल हुई है।
ये इनोवेशन किए भोपाल ने
- भानपुर खंती और आदमपुर छावनी को बेहतर बनाया। पहले यहां खड़े होना मुश्किल था। अब आप खाना खा सकते हैं।
- पार्कों की स्थिति सुधारी गई। डेढ़ सौ से ज्यादा पार्क भोपाल में है।
- सड़कों के फुटपॉथ और डिवाइडर पर आकर्षक रंग-रोगन किया गया।
- रात और दिन में सफाई व्यवस्था जारी रखी।
- स्वच्छता एंबेडसर के जरिए सफाई के प्रति लोगों जागरूकता लाई गई।
- पॉलीथिन के उपयोग पर कड़ी कार्रवाई की गई। हालांकि, अभी भी खुलेआम पॉलीथिन का उपयोग किया जा रहा है।
- नालों के दोनों तरफ जाली के साथ सौंदर्यीकरण भी किया गया।
Source link