भोपाल की झांकी में सीहोर का कुबेरेश्वर धाम: न्यू मार्केट में 12 ज्योतिर्लिंग तो विजय मार्केट में चारों धाम के दर्शन

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भोपाल30 मिनट पहले
भोपाल में नवरात्र की धूम से सड़कें गुलजार है। इस साल राजधानी की खास झांकियों में शामिल हैं। न्यू मार्केट में सीहोर वाले पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम मंदिर की झांकी, जो भक्तों के बीच आकर्षण का केंद्र है। वहीं, भेल रोड स्थित विजय मार्केट में श्रद्धालु एक साथ चारों धाम के दर्शन करने आ रहे हैं। साथ ही, अन्ना मार्केट के पास कठपुतली के माध्यम से राम लीला का मंचन किया जा रहा है। इसके अलावा अलग-अलग जगह गरबे के साथ मनोरंजन के लिए अलग-अलग प्रोग्राम किए जा रहे हैँ।
न्यू मार्केट

न्यू मार्केट में सीहोर के पंडित प्रदीप मिश्रा के कुबेरेश्वर धाम मंदिर की झांकी सजाई गई है।
न्यू मार्केट में इस बार दुर्गा पंडाल में 35 फीट ऊंची प्रतिमा स्थापित की गई है। साथ ही, यहां 12 ज्योतिर्लिंग के साथ-साथ भगवान शिव की बारात की झांकी भी सजी है। पिछले करीब 57 साल से यहां लगातार माता की मूर्ति की स्थापना की जा रही है। शाम 7 बजे से ही यहां भक्तों की भीड़ माता के दर्शन के लिए उमड़ पड़ती है। एंट्री गेट पर टिकट के साथ मां के आशीर्वाद के रूप में ड्राय फ्रूट्स का पैकेट और रुद्राक्ष भी भक्तों को बांटा जा रहा है।
विजय मार्केट

विजय मार्केट में माता की प्रतिमा के साथ चारों धाम की झांकी सजाई गई है।
विजय मार्केट व्यापारी समाज में दुर्गा उत्सव समिति की तरफ से 15 फीट ऊंची माता की प्रतिमा स्थापित की गई है। इसके अलावा यहां सजी झांकी में चारधाम के दर्शन किए जा सकते हैं। 65,000 वर्ग फीट में सजी इस झांकी को कोलकाता के 40 कारीगरों ने मिलकर 19 दिन में तैयार किया है। मार्केट में पिछले 34 सालों से लगातार पंडाल-झांकी सजाई जा रही है। साथ ही, बच्चों के मनोरंजन के लिए झूले और खाने-पीने के स्टॉल्स भी लगाए गए हैं। शाम करीब 6 बजे से दर्शन के लिए द्वार खोले जाते हैं जो रात में करीब 2 बजे तक खुले रहते हैं।
गुजराती समाज गरबा

गुजराती समाज के गरबा कार्यक्रम में पारंपरिक वेशभूषा में गरबा करते लोग।
नवरात्रि का त्योहार हो, गरबे का माहौल हो और बात गुजरात की न हो ऐसा तो हो ही नहीं सकता। भोपाल में गुजराती समाज की तरफ से गरबे का आयोजन जोर-शोर से जारी है। यहां परिसर में मूर्ति स्थापना के साथ उसे मंदिर में तब्दील कर दिया जाता है। इस दौरान माता की आरती के साथ सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। महिलाओं और पुरुषों के लिए पारंपरिक वेशभूषा का ड्रेस कोड होता है। वहीं किसी बाहरी व्यक्ति के गरबे में शामिल होने पर प्रतिबंध रहता है। पारंपरिक लोकगीत और गरबे के गानों पर प्रस्तुति के साथ नवरात्रि का त्योहार मनाया जाता है।
एनआरआई कॉलेज, भोपाल

नवरात्रि के मौके पर एनआरआई ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन में गरबा-डांडिया का प्रोग्राम रखा।
सज्जन सिंह नगर स्थित एनआरआई ग्रुप ऑफ इंस्टीटयूशन में भव्य गरबे का आयोजन हुआ। एनआरआई ग्रुप के चेयरमैन ने गरबा महोत्सव की शुरुआत शाम 7 बजे देवी दुर्गा की महाआरती के साथ की। रंग बिरंगी पारंपरिक परिधानों में सजे प्रतियोगियों ने गरबे के साथ ही डांडिया भी किया। कुछ प्रतियोगियों की ड्रेस पारंपरिक थीम पर थी। कुछ की बॉलीवुड स्टाइल से इंस्पायर्ड। करीब 2 घंटे तक प्रतिभागी उत्साह के साथ 50,000 वॉट के साउंड सिस्टम के गरबा गीतों पर झूमते रहे।
चूनाभट्टी, कोलार रोड

माता की झांकी के साथ चूनाभट्टी में कई प्रतियोगिताएं आयोजित की जा रही हैं।
नवयुवक हिन्दू दुर्गा उत्सव समिति की तरफ से चूनाभट्टी, कोलार रोड पर मां दुर्गा का पंडाल सजाया गया है। यहां 13 फीट ऊंची मां की प्रतिमा स्थापित की गई है। नवयुवक उत्सव समिति पिछले करीब 13 सालों से लगातार इसी तरह नवरात्रि का त्योहार मनाती आ रही है। इस दौरान कई तरह की प्रतियोगिताएं जैसे मटकी फोड़, डांस प्रतियाेगिता, चेयर रेस के साथ ही महाआरती, हवन और फिर कन्या-भोज का आयोजन भी किया जाएगा।
चित्रकूट फेज-2, करोंद

सिंह पर विराजमान मां दुर्गा की 5 फीट प्रतिमा के दर्शन के लिए लगातार भीड़ उमड़ रही है।
करोंद के चित्रकूट फेस-2 में मित्तल कॉलेज के पास चित्रकूट उत्सव समिति की तरफ से भी दुर्गा पंडाल सजाया गया है। यहां माता की 5 फीट बड़ी मूर्ति स्थापित की गई है। नवरात्रि में माता की प्रतिमा की स्थापना का सिलसिला यहां पिछले 2 सालों से चल रहा है। नौ दिन तक चलने वाले कार्यक्रमों में मां की आरती के साथ गरबा, बच्चों की डांस परफॉर्मेंस, चेयर रेस, तंबोला, महाआरती और भंडारा शामिल हैं। साथ ही, नवरात्र के छठवें दिन जागरण और सुंदरकाण्ड का पाठ भी किया जाएगा।
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