भोपाल आई साउंडलैस फुलझड़ी: इंदौर में मटकी अनार का अट्रैक्शन; इस बार पटाखों की 1000 वैरायटी

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भोपाल15 मिनट पहले

पिछले 2 साल से कोविड की वजह से पटाखा मार्केट ने बुरी मार झेली। इस बार बंदिशें नहीं हैं। पटाखा दुकानदारों ने बड़ा स्टॉक मंगाया है। कारोबारियों को उम्मीद है कि इस बार करोड़ों रुपए की कमाई होगी।

भोपाल-इंदौर के पटाखा मार्केट में 1000 से ज्यादा वैरायटी के पटाखे मार्केट में हैं। इस बार कई पटाखे अलग वैरायटी के आए हैं। भोपाल में ईको फ्रेंडली पटाखों के साथ साउंडलैस फुलझड़ी भी आई है। हाथ से कुल्हड में बनने वाला मटकी अनार आपको सिर्फ इंदौर में ही मिलेगा। भोपाल के थोक पटाखा मार्केट में दुकानदारों ने ईको फ्रेंडली पटाखे भी मंगाए हैं। ये आम पटाखों के मुकाबले 30% तक प्रदूषण कम करते हैं। मार्केट में सेब अनार, फोर इन वन, साउंड लैस फुलझड़ी जैसे कई नए पटाखे आए हैं। भोपाल में कारोबारियों को उम्मीद है कि दिवाली तक करीब 20 करोड़ रुपए का कारोबार होगा। शिवाकाशी (तमिलनाडु) से 1 हजार से ज्यादा वैरायटी के पटाखे आए हैं। इनमें जमीन से लेकर आसमान तक चलने वाले पटाखे शामिल हैं।

बता दें, भोपाल में मध्यप्रदेश का बड़ा पटाखा मार्केट है। यहां से 300 किलोमीटर के एरिया में पटाखों की सप्लाई हो रही है। सीहोर, राजगढ़, विदिशा, रायसेन, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, शाजापुर, अशोकनगर, गुना तक के व्यापारी और लोग भोपाल पटाखे खरीदने आ रहे हैं।

30 से 50% तक महंगा हुआ पटाखा

होल सेल कारोबारी हकीमुद्दीन ने बताया कि एक साल के भीतर केमिकल, मजदूरी और भाड़ा काफी महंगा हो गया है। पटाखे पर 18% GST लग रहा है। इसके चलते पटाखे 30 से 50% तक महंगे हैं। पहले जो पटाखा 50 से 60 रुपए में मिलता था, वो अब 100 रुपए तक मिल रहा है।

भोपाल में शिवाकाशी (तमिलनाडु) से 1 हजार से ज्यादा वैरायटी के पटाखे आए हैं। इनमें जमीन से लेकर आसमान तक चलने वाले पटाखे शामिल हैं।

भोपाल में शिवाकाशी (तमिलनाडु) से 1 हजार से ज्यादा वैरायटी के पटाखे आए हैं। इनमें जमीन से लेकर आसमान तक चलने वाले पटाखे शामिल हैं।

भोपाल में अब तक आ चुका 11 करोड़ रुपए के पटाखे का स्टॉक
हलालपुर लालघाटी स्थित होल सेल मार्केट में 18 दुकानें हैं। यहां करीब 11 करोड़ रुपए के पटाखे का स्टॉक आ चुका है। भोपाल में करीब एक हजार रिटेल दुकानें लगने की उम्मीद है। इन दुकानों के लिए जिला प्रशासन लाइसेंस दे रहा है। करीब 9 करोड़ रुपए का होल सेल कारोबार होने की संभावना है।

होल सेल दुकानें बिट्‌ठन मार्केट, लिली टॉकीज, दशहरा मैदान टीटी नगर, बैरागढ़, आनंद नगर, गोविंदपुरा आदि जगह लगेंगी। एक दुकानदार का एवरेज 80 से 90 हजार रुपए तक कारोबार होता है।

जानिए, भोपाल में अबकी बार कौन से नए पटाखे आए…

  • सेब अनार: ईको फ्रेंडली अनार। रंग-बिरंगी रोशनी निकलेगी। कीमत 650 रुपए से शुरू।
  • फोर इन वन: जलाने पर सबसे पहले अनार चलेगा। इसमें अलग-अलग रंग होंगे। फिर ‘गंगा-जमुना’ बम की तरह ही यह फूटेगा। इसकी रेंज 950 रुपए से शुरू होती है।
  • वंडर पटाखा: यह अनार की तरह जलेगा। फिर आसमानी आतिशबाजी होगी। सिंगल शॉट में आसमान रंग-बिरंगा हो जाएगा। यह 650 रुपए में मिल रहा है।
  • साउंडलैस फुलझड़ी: साउंडलैस फूलझड़ी में धुआं भी कम निकलेगा। 250 रुपए से रेंज शुरू होती है।
  • ईको फ्रेंडली चकरी: पटाखा मार्केट में ईको फ्रेंडली चकरी भी आपको मिलेगी। कम धुआं निकलेगा। एक पैकेट 100 से 150 रुपए में मिलेगा।
  • स्पेशल अनार: इस अनार में न तो आग लगेगी और न ही धुआं निकलेगा। जैसे ही इसे जलाएंगे, जोरदार आवाज आएगी और रंग-बिरंगी पन्नियां निकलेंगी। 250 से 300 रुपए तक का पैकेट मिल जाएगा।

आसमान में फूटने वाला पटाखा सबसे महंगा
होल सेल कारोबारी अशद खान ने बताया कि आसमान में फूटने वाला पटाखा सबसे महंगा है। 120 साउंड तक पटाखा है, जिसकी कीमत 5 हजार रुपए तक है। सबसे सस्ता फुलझड़ी का पैकेट है। यह 50 रुपए तक में मिल जाएगा।

भोपाल के होल सेल पटाखा मार्केट में अबकी बार कई नई वैरायटी के पटाखे भी आए हैं। हलालपुर लालघाटी स्थित होल सेल मार्केट में 18 दुकानें हैं।

भोपाल के होल सेल पटाखा मार्केट में अबकी बार कई नई वैरायटी के पटाखे भी आए हैं। हलालपुर लालघाटी स्थित होल सेल मार्केट में 18 दुकानें हैं।

अब बात इंदौर के मटकी अनार की…
मटकी अनार इंदौर के राऊ बाजार में ही मिलेगा। राऊ में श्री रामलला फायर वर्क्स के नीरज वर्मा ने बताया कि उनकी तीसरी पीढ़ी है, जो पटाखा कारोबार में है। उनके दादाजी ने साल 1994-95 में पटाखा कारोबार की शुरुआत की थी।

वे बताते हैं कि पहले मसाला तैयार किया जाता है, जिसे मिट्टी की कुल्हड़ नुमा मटकी में भरते हैं। मसाला बाहर नहीं निकले, इसलिए इसे रोकने के लिए पीली मिट्टी लगा दी जाती है। इसे जब जलाते हैं, तो प्रेशर के साथ अनार जलता है और बारह से पंद्रह फीट ऊपर तक इसकी आतिशबाजी जाती है।

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