जल आवर्धन योजना को सप्लाई देने बनाए गए एनीकट का पानी दो दिन की सप्लाई में ही खत्म

- शहर में इन दिनों पेयजल संकटजल संयंत्र की शुरूआती टेस्टिंग ही फेल
- पानी लाने अब चार दिन से इंतजार, ऐसे में कैसे चल पाएगी योजना
खैरागढ़, 19 अप्रैल। शहर को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने 32 करोड़ रू से अधिक की लागत से बनाए गए जलआवर्धन योजना शुरूआती टेस्टिंग में ही हांफने लगी है। शहर में गिरते जलस्तर के कारण वार्डो में बनाई गई पानी टंकियां पर्याप्त रूप से नही भर पा रही है। इससे निपटने जल आवर्धन योजना के तहत बनाए गए जलसंयंत्र से शहर की आठ पानी टंकिंयों को भरने की कवायद की गई। लेकिन जलसंयंत्र को पानी पहुँचाने लालपूर एनीकट से पानी सप्लाई के चलते दो दिन में ही एनीकट खाली हो गया। अब इसे भरने फिर से रानी रश्मिदेवी जलाशय से पानी छोड़ने कहा गया है। इसके चलते जल आवर्धन योजना शुरू होने के बाद शहर में पेयजल आपूर्ति सुचारू रूप से चल पाएगी इसको लेकर संदेह बढ़ गया है।
योजना के तहत शहर के सिविललाइन, पिपरिया, गंजीपारा, दाउचौरा, अमलीडीह, अमलीपारा, किलापारा, धनेली में नए बनाए गए और पहले से बने पानी टंकिंयो को संयंत्र से जोड़ा गया है। फिलहाल शहर में जलस्तर घटने के कारण ये टंकिया समय पर नही भर पा रही है। जिससे शहर में आधे घंटे तक ही लेदेकर पेयजल आपूर्ति हो रही है। पालिका ने जलआवर्धन योजना के तहत जलसंयंत्र को शुरूआती रूप में चालू कर शहर की पानी टंकिंयों को भरने की कवायद शुरू की। लेकिन जिस लालपूर एनीकट से संयंत्र को पानी मिलना है। वहाँ दो दिन के लायक ही पानी उपलब्ध था। जिससे दो दिन ही शहर की पानी टंकिंया भरी गई। इसके बाद पिछले चार दिन से एनीकट में पानी नही होने से संयंत्र भी बंद कर दिया गया है।
चार दिन पहले मांगा पानी आज पहुंचेगा
जलआवर्धन योजना के तहत शहर में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने संयंत्र को पानी सप्लाई के लिए लालपूर स्थित एनीकट की ऊंचाई बढ़ाकर वहाँ से रोजाना सप्लाई की तैयारी की गई है। पालिका प्रशासन ने जलसंकट से निपटने संयंत्र को शुरू कराया। एनीकट से पानी सप्लाई कराई इससे शहर की टंकिंयो को भरा गया। लेकिन एनीकट से संयंत्र तक पानी सप्लाई के चलते दो दिन में ही एनीकट खाली हो गया।
पहले पाइपलाइन से आना था, प्लान बदला अब नहर से आ रहा
7 साल पहले जलआवर्धन योजना की कार्यवाही शुरू होने के दौरान जलसंयंत्र को पर्याप्त पानी सप्लाई करने रश्मिदेवी जलाशय से लालपूर एनीकट तक पाइपलाइन के जरिए पानी सप्लाई की प्लानिंग की गई थी। इसका काम तो शुरू नही हूआ। लेकिन शहर में पाइपलाइन बिछाने, पानी टंकी बनाने कार्य शुरू कर दिया गया। बाद में पाइपलाइन से जलाशय से पानी लाने की प्लानिंग को बदलकर पूराने नहर से ही जलाशय से शहर तक पानी पहुँचाने की योजना बनाकर लालपूर एनीकट की ऊंचाई बढ़ाने की नई योजना बना दी गई। जलाशय से एनीकट तक पानी पहुँचने 12 से 16 घंटे का समय लगता है। ऐसे में पहले टेस्टिंग में ही एनीकट में दो दिन के सप्लाई से पानी खत्म होने की स्थिति में योजना का क्रियान्वयन कैसे होगा इसमे संशय की स्थिति है। खासकर गर्मी के दिनो में व्यवस्था बनाने में पालिका और जलसंसाधन विभाग को मुश्किलो का सामना करना पडे़गा। पर्याप्त पानी के अभाव में योजना सफलता से चल पाएगी इसमे भी संदेह है।
रोज भरना पडे़गा एनीकट
रश्मिदेवी जलाशय से पानी लाकर लालपूर एनीकट को जलसंयंत्र के लिए पानी देने लगभग रोज भरने की स्थिति बनेगी। एनीकट में लगभग दो दिन के लायक ही पानी की व्यवस्था है। ऐसे में जल आवर्धन योजना शुरू होने से शहर में पर्याप्त पानी सप्लाई के लिए एनीकट को रोज भरना होगा। इसके लिए जलाशय से हर एक दिन बाद पानी सप्लाई करानी होगी। नहर से पानी आने के चलते व्यवस्था में काफी दिक्कतों का सामना करना पडे़गा। एक दिन में जितना पानी एनीकट में पहुंचेगा वह लगभग दो दिन ही चल पाएगा। इससे योजना के तहत शहरवासियों को पर्याप्त पेयजल आपूर्ति हो पाएगी इसमे संदेह बढ़ गया है।