भिंड में बिजली कंपनी का JE रंगे हाथों धरा: निजी अस्पताल के मैनेजर को बिजली चोरी का भय दिखा कर मांगे थे 50 हजार, EOW पुलिस ने पकड़ा

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भिंडएक घंटा पहले

ईओडब्ल्यू पुलिस के साथ घेरे में बिजली कंपनी का जेई सैनी रिश्वत कांड में पकड़ा।

भिंड में मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी का जूनियर इंजीनियर को ईओडब्ल्यू पुलिस टीम ने रंगे हाथों पकड़ लिया। आरोपी द्वारा निजी अस्पताल के बिल संबंधी मामले में पचास हजार की रिश्वत की मांग की जा रही थी। अस्पताल के मैनेजर की शिकायत पर ईओडब्ल्यू पुलिस ने आरोपी को रंगे हाथों पकड़े के लिए जालबुना जिसमें वो फंस गया। ईओडब्ल्यू पुलिस ने आगे कार्रवाई शुरू कर दी।

मध्य क्षेत्र विद्युत वितरण कंपनी के वाटर वॉक्स कार्यालय में पदस्थ जेई अरूण सैनी ने कामाख्या मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल के बिल संबंधी भुगतान को लेकर रिश्वत की मांग की जा रही थी। निजी अस्पताल प्रबंधन द्वारा अब तक एक लाख 24 हजार राशि का भुगतान किया जा चुका था। बिजली कंपनी में पदस्थ जेई सैनी ने धमकी दी थी कि यद्पि 50 हजार राशि को रिश्वत के तौर पर नहीं दिया गया तो अस्पताल में बिजली चोरी को दर्शाते हुए कनेक्शन बिच्छेद की कार्रवाई कर दी जाएगी। इस बात की शिकायत निजी अस्पताल के मैनेजर आशुतोष शर्मा द्वारा ईओडब्ल्यू पुलिस कार्यालय ग्वालियर में की गई थी। इसके बाद आरोपी के बातचीत की ऑडियो रिकॉर्ड कराई गई थी। इसके बाद जेई सैनी को वायदे के मुताबिक निजी अस्पताल के मैनेजर ने पचास हजार की रिश्वत दी। रिश्वत देकर जैसे ही वो दफ्तर से बाहर निकला। वैसे ही ईओडब्ल्यू पुलिस को इशारा कर दिया। ईओडब्ल्यू के अफसरों ने आरोपी जेई को पकड़ कर हाथ धुलवाएं। ईओडब्ल्यू पुलिस ने अपनी कार्रवाई को आगे बढ़ा दिया।

ये था मामला

कामाख्य मल्टीस्पेशिलिटी हॉस्पिटल की कुछ दिनों पहले सप्लाई लाइन केबिल जल गई। अस्पताल के कर्मचारी द्वारा सीध तार डालकर बिजली सप्लाई शुरू कर दी गई। इस संबंध में जेई अरूण सैनी द्वारा अस्पताल में बिजली चोरी किए जाने का केस बनाया। फोटो और वीडियो भी लिए थे। ये मामला खत्म करने के एवरेज में जेई द्वारा पचास हजार की रिश्वत मांगी जा रही थी। जिसमें बिजली बिल में सुधार किए जाने की बात कही थी।

बार-बार देते थे धमकी

निजी अस्पताल के मैनेजर आशुतोष शर्मा द्वारा बताया गया है कि मेरे द्वारा एक लाख 24 हजार रुपए जमा कराए जा चुके थे। इसके बावजूद पचास हजार रुपए की डिमांड की जा रही थी। पैसा न देने पर चोरी का केस बनाने की बात कहते थे। बार बार फोन करके धमकी देते थे। इस बात की शिकायत मेरे द्वारा की गई थी। जिस पर रंगे हाथों जेई पकड़ाया गया।

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