भिंड में ऐसा दिखा सूर्य ग्रहण का नजारा: चांद की तरह सुनहरे रंग में बदला सूरज, 38.84 फीसदी ढका

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भिंड4 घंटे पहले
सूर्य ग्रहण के दौरान की तस्वीर
भिंड में इस साल का अंतिम सूर्य ग्रहण मंगलवार की शाम को दिखाई दिया। सूर्य ग्रहण को नजारे को यादगार बनाने के लिए लोगों ने मोबाइल में फोटो खींचे। सूर्यग्रहण के दौरान चालीस फीसदी हिस्सा ढक गया। धूप भी गायब हो चुकी थी। सूर्य दिन में चांद की तरह दिखने लगा था। अर्ध सूर्य का रंग सुनहरा हो गया था। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक सूतक काल 12 घंटे पहले शुरू हो चुका था। मंदिरों के कपाट सुबह से ही बंद रहे। ग्रहण काल खत्म होने के बाद मंदिरों को गंगाजल से धोकर साफ सफाई की गई। भोग लगाया गया।
27 साल बाद सूर्य ग्रहण
दीपावली के दूसरे दिन वर्ष 1995 में बाद सूर्य ग्रहण देखने को मिला। लोगों ने मंगलवार को खग्रास सूर्यग्रहण को देख 27 साल पुरानी यादें ताजा हो गई। दीपावली के दूसरे दिन इससे पहले रविवार की सुबह सूर्य ग्रहण पड़ा था। इस बार मंगलवार की शाम को आंशिक अवस्था में सूर्य ग्रहण देखा गया। भिंड में सूर्य ग्रहण का काल शाम चार बजकर 35 मिनट से शुरू हो चुका था और पांच बजकर 37 मिनट तक ग्रहण लगा रहा। ग्रहण के साथ ही सूर्य अस्तांचल डूबा।

सूर्य ग्रहण के दौरान की तस्वीर।
वैज्ञानिक के मतानुसार
भू वैज्ञानिक सत्यभान सिंह भदौरिया ने दैनिक भास्कर को बताया कि भिंड में सूर्य ग्रहण प्रभाव आंशिक रहा। सूर्य ग्रहण के समय चंद्रमा ने सूर्य को 38.84 ढका था। ग्रहण को लेकर कई प्रकार की धार्मिक किविंदतियां है। परंतु 13वीं शताब्दी से भारत के वैज्ञानिक लगातार बताते चले आ रहे है कि सूर्य प्रथ्वी के बीच में चंद्रमा आजाता है। एक प्राकृत्तिक घटना है। परंतु आज भी भिंड जिले में 90 फीसदी लोग धार्मिक मान्यताओं के हिसाब से राहु केतु के कारण ग्रहण लगना मानते हैं। हालांकि ग्रहण को नग्न आंखों से नहीं देखना चाहिए। ग्रहण के समय जब सूर्य के आस पास से निकले वाली पराबैगनी किरणें हानिकारक होती है जिन्हें नग्न आंखों से देख नहीं चाहिए।
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