भिंड में आर्यन हत्याकांड का खुलासा: फिरौती वसूलने के लिए स्कूल संचालक ने बालक को बंधक बनाया, फिर किया मर्डर, 6 आरोपी पकड़े

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भिंड8 घंटे पहले
ऊपर बाएं से मुख्य आरोपी पवन, दीपू, शैलू, मधुर, विश्राम और सबसे नीचे दाएं तरफ धीरज।
भिंड में बहुचर्चित 11 वर्षीय आर्यन शर्मा हत्याकांड का आखिरकार खुलासा हो गया। बालक आर्यन की हत्याकांड में छह लोगों को पुलिस ने दबोच लिया है। इस हत्याकांड में मुख्य आरोपी का मददगार कथित पत्रकार भी पकड़ा गया। हत्याकांड में मुख्य आरोपी एक स्कूल संचालक है जोकि कर्ज चुकाने के फेर में जुर्म कर बैठा। वो आर्यन के परिवार का काफी नजदीकी व्यक्ति था। आरोपी ने चोकलेट का लालच देकर बालक को स्कूल के अंदर बुलाया। इसी दौरान उसने बालक के साथ खेलने की बात कहते हुए उसके हाथ पैर बांधे और वीडियो बनाते हुए चिल्लाने की बात कही। जब काफी देर तक आर्यन का परिवार वालों को पता नहीं लगा। इधर पुलिस व मोहल्ले वाले सक्रिय हो गए। तभी पकड़े जाने के डर से उसने हत्या कर दी।
भिंड एसपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने प्रेस वार्ता में बतायाकिहत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि मंगलवार को दोपहर आर्यन शर्मा पुत्र धीरेंद्र शर्मा निवासी चंदनपुरा, श्रीराम नगर गायब हो जाता है। इस बात की खबर लगते ही आर्यन के परिजन, नाते रिश्तेदार व मोहल्ले वाले तलाश करने के लिए सक्रिय हो जाते है। इधर आर्यन के घर के नजदीक रहने वाला स्कूल संचालक पवन शर्मा पर काफी कर्ज था। वो आर्यन का अपहरण कर उसके परिवार से फिरौती वसूलने की योजना से आर्यन को अपने स्कूल में चोकलेट देकर बंधक बना लेता है। इधर जब स्कूल संचालक देखता हैकि आज गुरुनानक जयंती है। स्कूल बंद है। कल स्कूल खुलेगा तो पकड़ जाऊंगा। इसी के चलते बच्चे के मुंह में कपड़ा भर देता है। गाल रेतकर हत्याकर देता है। इस हत्याकांड के बाद लाश ठिकाने लगाने में परेशानी होती है। वो इस पूरे मामले में अपने दो रिश्तेदार व रिश्तेदार के दोस्त जोकि कथित पत्रकार है। उन्हें पूरे मामले के बारे में बताते है।

बालक आर्यन का फाइल फोटो।
रात 2 बजे स्कूल की छत से खाली प्लॉट में फेंका था शव
जब इस बात की जानकारी लगते ही वे आराेपी की मदद करते है। मंगल-बुधवार की रात करीब दो बजे आरोपी व उसके मददगार बच्चे शव को स्कूल की छत से खाली प्लॉट में फेंकते हैं। इसके बाद शव को पुलिस व मोहल्ले वालों की सक्रियता से उठा नहीं पाते। सुबह शव मिलने के बाद जब पुलिस स्कूल का गेट खुलवाती है। स्कूल की छत पर पुलिस को ब्लड के कुछ दाग दिखते है। इसके बाद पुलिस स्कूल संचालक को उठा लेती है। इसके बाद पुलिस जब पूरे मामले में सख्ती से पूछताछ करती है तो आरोपी अपराध किया जाना स्वीकार कर लेता है। आरोपी के बताए जाने के बाद सहयोगी भी पुलिस दबोच लेती है। इस हत्याकांड के खुलासे में देहात थाना प्रभारी विनोद सिंह कुशवाह व उनकी टीम की सराहनीय भूमिका रही।
हत्याकांड में पकड़े गए आरोपी
- – पवन उर्फ बालकृष्ण शर्मा पुत्र राधेश्याम निवासी अटेर रोड। ये मुख्य आरोपी है।
- – शैलेष पुत्र शैलू बोहरे निवासी वीरसेन फार्म अटेर रोड। ये पवन का साला है।
- – दीपू बोहरे निवासी वीरसेन फार्म अटेर रोड। ये भी पवन का साला है।
- – मधुर कटारे निवासी वीरेंद्र नगर। ये कथित पत्रकार है। जोकि पुलिस की निगरानी करके आरोपियों को बता रहा था।
- – विश्राम शर्मा निवासी मातादीन का पुरा। ये लाश ठिकाने में मददकर रहा था।
- – धीरज कांकर निवासी वीरेंद्र नगर। ये भी आरोपियों का सहयोगी बना।
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