भारत पेट्रोलियम डिपो में ब्लास्ट में घायल ड्राइवर की मौत: ब्लास्ट की जांच नहीं हो सकी पूरी, मुंबई से आई एक्सपर्ट की टीम कर रही जांच

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भोपाल6 मिनट पहले
भोपाल-इंदौर बायपास स्थित भौंरी बकानिया में स्थित भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (BPCL) के डिपो में फिलिंग पॉइंट में ईंधन भरते समय टैंकर में हुए ब्लास्ट से घायल हुए ड्राइवर की सोमवार तड़के उपचार के दौरान मौत हो गई। उसका चिरायु अस्पताल में उपचार चल रहा था। अभी छह लोग अस्पताल में एडमिट हैं, जिनमें 2 की हालत नाजुक है। खजूरी पुलिस के मुताबिक सलमान (30) की मौत हुई है।
घायल ने बयां किया था हादसे का मंजर
मेरा नाम राजा मियां है। भोपाल का रहने वाला हूं। उम्र करीब 40 साल है। मैं हिंदूस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड में अटैच टैंकर चलाता हूं। शुक्रवार शाम करीब 6 बजे मैं भौंरी बकानिया स्थित भारत पेट्रोलियम के डिपो में टैंकर में ईंधन भरने आया। मेरी गाड़ी डिपो के फिलिंग पॉइंट-3 में लगी थी। मैं टैंकर के ऊपर चढ़कर सेफ्टी बेल्ट लगाकर ईंधन भरने की तैयारी में डिपो के कर्मचारियों के साथ लगा था। मेरे गाड़ी के पास करीब 30 मीटर दायरे में फिलिंग पॉइंट-1 में टैंकर ( MP09GF4775) में ईंधन भरा जा रहा था। इस वक्त करीब 7:45 बजे रहे होंगे। फिलिंग पॉइंट-1 में खड़े टैंकर में अचानक ब्लास्ट हुआ। मेरे कुछ समझ में नहीं आया। आग का गोला मेरी ओर आता देख मैं उससे बचने के लिए टैंकर से झाड़ियों की तरफ कूद गया। लेकिन, सेफ्टी वेल्ट नहीं खुलने से लटक गया। मैं मदद के लिए चीखता रहा। बेल्ट भी खुलने की कोशिश करता रहा। आखिर बेल्ट खुल गया। सामने आग ही आग थी और फिलिंग पॉइंट-1, 2, 3 में खड़े साथी जमीन पर झुलसे दर्द से चीख रहे थे। दो लोग तो बोल भी नहीं पा रहे थे। डिपो के कर्मचारी आग बुझाने में जुटे थे। 15 मिनट के भीतर किसी तरह आग पर काबू पाया गया। डिपो के साथियों के साथ हम सभी को अपनी-अपनी गाड़ियों से अस्पताल लेकर पहुंचे। हादसा कैसे हुआ, हमें नहीं पता। गाड़ी में ब्लास्ट हुआ या डिपो में आग लगी, हमें जानकारी नहीं है। ब्लास्ट इतना जोरदार हुआ कि फिलिंग पॉइंट के ऊपर लगे टीन शेड के एयर फैन तक उड़ गए।
(जैसा राजा मियां ने भास्कर को बताया)
एक्सपर्ट टीम ने शुरू की जांच
टैंकर में हुए विस्फोट की जांच के लिए पेट्रोलियम एंड एक्सप्लोसिव सेफ्टी ऑर्गेनाइजेशन की एक्सपर्ट टीम ने जांच शुरू कर दी है। BPCL मुंबई हेडक्वॉर्टर से भी टीमें भोपाल पहुंची हैं। इसके साथ ही वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय की टीम भी फैक्ट्री एक्ट के प्रावधानों के तहत अलग से जांच कर रही है। हालांकि अभी किसी की रिपोर्ट तैयार नहीं हुई है।
फिलिंग पॉइंट पर मौजूद सभी चपेट में आए
हादसे के वक्त फिलिंग पॉइंट पर मौजूद सभी 7 लोग झुलस गए थे। इनमें टैंकरों के ड्राइवर, क्लीनर, डिपो के कर्मचारी हैं। इनमें सलमान (30), शानू (35), विनोद (37), राजा मियां (40), शिरक (18), छोटेलाल (28), अंतराम (40) शामिल हैं। इसमें घायल चार को आईसीयू में भरती करवाया गया था। देर रात 1 घायल को वेंटीलेटर सपोर्ट पर शिफ्ट किया गया।
हर रोज 100 से अधिक टैंकर में लोडिंग
भारत पेट्रोलियम के डिपो से हर रोज करीब 100 टैंकर में डीजल भरा जाता है। हर वक्त 10-150 लोग डिपो में मौजूद रहते हैं। मप्र टैंकर वर्कर एसोसिएशन के कोषाअध्यक्ष शौकत अली ने डिपो के मैनेजर पर गंभीर आरोप लगाए हैं। अली का कहना कि डिपो में टैंकर में ईंधन भरने का समय सुबह 7 बजे (सूर्योदय) से शाम 6 बजे (सूर्यास्त) के बीच है, लेकिन डिपो मैनेजर अपने कर्मचारियों को ओवर टाइम का वेतन बढ़ाने के चक्कर में रात 10 बजे तक टैंकरों में ईंधन भरवाता है। सुबह से खड़े टैंकरों को शाम को एंट्री दी जाती है। फिर ईंधन भरने के बाद भी दो-दो घंटे डिपो के अंदर ही गाड़ियों को खड़ा किया जाता है, जबकि 1 टैंकर भरने में अधिकतम 15 मिनट का वक्त लगता है।
अली ने दावा किया कि भारत पेट्रोलियम के डिपो में पुराने तकनीक से ईंधन फीलिंग की जाती है। न ही इनके पास कंप्यूटराइज मशीनें हैं, न ही नई तकनीक के सुरक्षा उपकरण। हालात यह हैं कि ईंधन मापने की ऑटोमैटिक मशीन तक नहीं है। मीटर तक सेट नहीं हैं। डीजल अधिक-कम होने पर बाल्टी से भरा, निकाला जाता है, जबकि दूसरी तरफ रिलायंस डिपो में हाईटेक तकनीक के सुरक्षा उपकरण हैं। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मैनेजर को नहीं हटाया गया तो यूनियन सप्लाई नहीं होने देगा।
इंदौर के टैंकर में हुआ था ब्लास्ट, तीसरे कंपार्टमेंट में ब्लास्ट
जिस टैंकर (MP09GF4775) में ब्लास्ट हुआ, वह इंदौर परिवहन विभाग से रजिस्टर्ड है। परिवहन विभाग की वेबसाइट के मुताबिक टैंकर Panjon काॅलोनी इंदौर निवासी सीताराम साहू के नाम से रजिस्टर्ड है। इसका रजिस्ट्रेशन नवंबर 2021 में हुआ। टैंकर में 12 हजार लीटर फ्यूल भरा जाता है। टैंकर के अंदर तीन कंपार्टमेंट हैं। इनमें 4-4 हजार लीटर ईंधन भरा जाता है। बताया गया कि हादसे के वक्त टैंकर के 1 कंपार्टमेंट में पेट्रोल भरा था, जबकि दूसरे में डीजल भरा जा रहा था, तभी यह हादसा हुआ। ब्लास्ट तीसरे कंपार्टमेंट में हुआ। जिला प्रशासन, पुलिस ने टैंकर की जांच शुरू कर दी है। घटना को लेकर एक्सपर्ट से इसकी जांच कराई जा रही है। इसके साथ ही डिपो की सुरक्षा व्यवस्था की भी जांच की जा रही है। प्रारंभिक जांच में टैंकर के ऊपर ईंधन भरने के लिए बने ढक्कन के पास टैंकर का कुछ हिस्सा फटा है, जिससे ब्लास्ट होने की बात कही जा रही है।
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