भर्ती सत्याग्रह में श्रद्धांजलि, राजनीति की एंट्री: मृत भर्तियों को मोमबत्ती जलाकर दी श्रद्धांजलि, पूर्व CM कमलनाथ का समर्थन

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इंदौर32 मिनट पहले
इंदौर में बेरोजगार युवा पिछले तीन दिनों से सड़क पर बैठे हैं। पिछले कई सालों से सरकारी नौकरी पाने के लिए अलग-अलग परीक्षाओं के लिए तैयारी कर रहे ये अभ्यर्थी मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान है। PSC, शिक्षक और म.प्र पुलिस की तैयारी ये अभ्यर्थी कर रहे थे। मगर एग्जाम रिजल्ट और भर्ती प्रक्रिया में देरी इनके लिए परेशानी का सबब बनती जा रही है। भर्ती सत्याग्रह को पूर्व सीएम कमलनाथ का भी समर्थन मिल गया है। साथ ही कुछ अन्य संगठनों ने भी अपना समर्थन इस भर्ती सत्याग्रह को दिया है।
दरअसल, पिछले तीन दिनों से दीनदयाल पार्क, भोलाराम उस्ताद मार्ग चौराहे के पास सर्विस रोड पर बेरोजगार युवाओं का भर्ती सत्याग्रह जारी है। टेंट के नीचे सड़क पर दरी बिछाकर बैठे ये युवा सरकार का ध्यान अपनी और आकर्षित करने का प्रयास कर रहे है। साथ ही अपनी मांगों को पूरा करवाना चाहते है। आगामी 28 सिंतबर का इनका ये सत्याग्रह चलेगा। इसके बाद ये युवा भोपाल कूच करेंगे।
पीले चावल देकर आमंत्रण
भंवरकुआं क्षेत्र के कोचिंग इंस्टीट्यूट, लाइब्रेरी में इन बेरोजगारों की टीम पहुंच रही है और उन्हें पीले चावल देकर सत्याग्रह में शामिल होने का आमंत्रण दे रही है। वहां पढ़ाने वाले शिक्षकों, स्टूडेंट्स को ये आमंत्रण दिया जा रहा है। ताकि ज्यादा से ज्यादा स्टूडेंट और शिक्षकों को समर्थन भी उन्हें मिल सके और पढ़ाई करने, परीक्षा देने के बाद भी उनकी क्या स्थिति है ये वो भी जान सके।
मृत भर्तियों को श्रद्धांजलि
शुक्रवार रात को इन अभ्यर्थियों ने सामूहिक रूप से मोमबत्ती जलाकर तमाम मृत भर्तियों को श्रद्धांजलि अर्पित की। इस दौरान बड़ी संख्या में अभ्यर्थी यहां मौजूद रहे और उन्होंने मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। इसके पहले भी वे अलग-अलग तरीके से अपना विरोध जताते आ रहे हैं। गुरुवार को अभ्यर्थियों ने सुंदर कांड का पाठ भी यहां किया था। ताकि सरकार को सद्बुद्धि आ सके।
ट्वीट कर पूर्व सीएम भी कर चुके समर्थन
भर्ती सत्याग्रह को पूर्व सीएम कमलनाथ ने भी अपना समर्थन कर चुके हैं। उन्होंने अपने ट्वीटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए लिखा है कि मप्र के इंदौर में MPPSC के हजारों अभ्यर्थियों द्वारा अनिश्चितकालीन भर्ती सत्याग्रह आंदोलन किया जा रहा है। मुझे इन बच्चों की चिंता है, इनके भविष्य की चिंता है, इनके माता-पिता के सपनों की चिंता है। उन्होंने दूसरे ट्विट में लिखा मैं इन बच्चों के साथ खड़ा हूं और सरकार से मांग करता हूं कि जल्द से जल्द इनकी सभी मांगों को सुना जाए और उनका त्वरित निराकरण किया जाए।

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