बैतूल में सामान्य से 22 इंच बारिश ज्यादा: खरीफ की फसलों में होने लगा अंकुरण, रबी की बुवाई पिछड़ने की आशंका

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बैतूल22 मिनट पहले
बैतूल जिले में औसत से 22.58 इंच ज्यादा बारिश हो चुकी है। रात में भी बैतूल में 11.4 एमएम वर्षा रिकार्ड की गई है। जबकि भीमपुर में रिकार्ड 87.52 एमएम बारिश हो चुकी है। जिसने अब तक के सारे रिकार्ड तोड़ दिए है। इससे खरीफ की फसलों को तो नुकसान हो ही रहा है।इससे रबी की फसल की बुवाई पर भी असर पड़ने की आशंका है।
खरीफ सीजन की फसल अब पक कर कटाई की स्थिति में आ गई है । जिले के कुछ इलाकों में कटाई भी शुरू हो गई है । फसल कटाई के दौर में लगातार हो रही बारिश से उपज अंकुरित होने लगी है । खेतों में जल भराव होने से समतलीय इलाकों में फसलों की कटाई पर ब्रेक लग गया है । यदि आगामी दिनों में भी बारिश का सिलसिला जारी रहा तो खरीफ फसलों को जबरदस्त नुकसान होने की आशंका कृषि वैज्ञानिकों द्वारा जताई जा रही है । जिले में हुई अतिवृष्टि से समतलीय इलाकों की फसलों को पूर्व में ही खासा नुकसान हो चुका है ।
एक पखवाड़े लेट हो सकती है बोवनी
आमतौर पर अक्टूबर माह के दूसरे पखवाड़े से रबी सीजन की शुरुआत हो जाती है । खरीफ फसलों की कटाई के बाद 15 अक्टूबर के बाद से रबी फसलों की बोवनी की शुरुआत हो जाती है । परन्तु लगातार हो रही बारिश से खेतों में जलभराव हो गया है । जिससे फसलों की कटाई प्रभावित हो रही है । जिसके चलते रबी सीजन फसलों की बोवनी एक पखवाड़ा लेट हो सकती है ।
सामान्य से 22 इंच ज्यादा बारिश
जिले में अब तक औसत सामान्य वर्षा 1083.9 एमएम की तुलना में 1648.4 एमएम रिकार्ड की जा चुकी है। जो सामान्य से 564.5 एमएम ज्यादा है। इसने बांध,तालाबों को लबालब कर दिया है।यहां तक की अब हैंडपंप और ट्यूबवेल भी पानी उगलने लगे है। इनमें सबसे ज्यादा भीमपुर और घोड़ाडोंगरी इलाके में बारिश हुई है। भीमपुर में जहां आंकड़ा 2188 एमएम पर पहुंच गया है।वहीं घोड़ाडोंगरी में यह 2116 पर पहुंचा है। इनमें भी आठनेर में सबसे कम 1166.7 एमएम बारिश हुई है। हालाकि यह भी जिले के औसत से ज्यादा ही है। पिछले साल इन्ही दिनों तक 1070.8 एमएम बारिश हुई थी।
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