बुरा असर: रिजल्ट घोषित होने में देरी की वजह से, विद्यार्थियों को करना पड़ेगी प्राइवेट पढ़ाई

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ग्वालियर43 मिनट पहले
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- कॉपियां खोने वाले छात्रों के रिजल्ट औसत अंकों के साथ घोषित
जीवाजी यूनिवर्सिटी ने उन विद्यार्थियों के रिजल्ट औसत अंकों के साथ घोषित कर दिए हैं, जिनकी कॉपियां खो गई थीं। लेकिन उनका रिजल्ट घोषित करने में देरी गई इसकी वजह से वह नियमित विद्यार्थी के तौर पर प्रवेश नहीं ले पाए और उन्हें स्वाध्यायी (प्राइवेट) विद्यार्थी के तौर पर आगे की पढ़ाई करना होगी। इस तरह के कुछ विद्यार्थियों ने यूनिवर्सिटी के अफसरों से संपर्क किया था और नियमित तौर पर प्रवेश देने की मांग की थी, लेकिन उच्च शिक्षा विभाग की ओर से प्रवेश प्रक्रिया बंद होने के कारण यह विद्यार्थी नियमित प्रवेश प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पाए।
उल्लेखनीय है कि जेयू के परीक्षा भवन से 18 विद्यार्थियों की अलग-अलग विषयों की कॉपियां नहीं मिली थीं और इनका रिजल्ट घोषित नहीं किया जा सका था, इसके बाद एनएसयूआई ने औसत अंक देकर रिजल्ट घोषित करने की मांग को लेकर प्रदर्शन भी किया था। इस प्रदर्शन के बाद विद्यार्थियों को औसत अंक देकर रिजल्ट घोषित भी कर दिया था। लेकिन तब तक नियमित विद्यार्थी के रूप में प्रवेश लेने की प्रक्रिया समाप्त हो चुकी थी, ऐसे में जिन विद्यार्थियों ने स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा दी थी वह स्नातकोत्तर में नियमित विद्यार्थी के रूप में प्रवेश लेने से वंचित हो गए। बीए अंतिम वर्ष की छात्रा अंकिता की फाउंडेशन की कॉपी परीक्षा भवन से गायब हो गई थीं, इससे उनका रिजल्ट रुक गया। रिजल्ट घोषित करवाने के लिए छात्रा और उसके परिजन ने यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के चक्कर लगाए। इसके बाद पता चला कि उसकी कॉपी नहीं मिली, अंक टेबुलेशन चार्ट पर नहीं चढ़े हैं इसलिए रिजल्ट घोषित नहीं हो सका है। इसके बाद प्रयास करके छात्रा का रिजल्ट तो घोषित कर दिया गया लेकिन वह स्नातकोत्तर में नियमित प्रवेश नहीं ले पाई।
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