बुंदेलखंड का गेहूं खाएंगे पूर्वोत्तर भारत के लोग: इस माह की छठवीं 2600 टन रैंक होगी लोड, 50 मालगाड़ी से गेहूं जिले से जाएगा बाहर

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छतरपुर (मध्य प्रदेश)32 मिनट पहले

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छतरपुर जिले में सरकारी गोदामों में रखा पिछले साल का समर्थन मूल्य पर खरीदे गेहूं को देश के पूर्वोत्तर राज्यों में भेजा जा रहा है। झारखंड, पश्चिम बंगाल, असम, अन्य पूर्वोत्तर के राज्यों में पीडीएस में बांटने की पूर्ति के लिए भेजा जा रहा है।

भारतीय खाद्य निगम की निगरानी में हरपालपुर स्टेशन से ट्रेन से परिवहन कर जिले से 26 सौ टन गेहूं सप्लाई की जानी है। अभी अगस्त माह के आखिर में बुधवार को गेहूं की छठवीं रैंक लोड होकर जाएगी। इस बार जिले में गेहूं कम पैदावार के चलते समर्थन मूल्य पर गेहूं की खरीदी लक्ष्य से कम हुई। गेहूं खरीदी केंद्रों पर न आकर सीधा कृषि उपज मंडियों में व्यापारियों से विदेश में निर्यात किया गया।

500 से 700 हम्मालों को मिला रोजगार
दरअसल, हरपालपुर रेलवे स्टेशन के रैंक पॉइंट से सरकारी गोदामों से गेहूं उठाव कर रैंक पॉइंट पर हम्मालों के माध्यम से मालगाड़ी में लोड किया जा रहा हैं। गोदामों से गेहूं परिवहन के लिए परिवहन ठेकेदार द्वारा 20 से 30 ट्रक पहुंच रहे हैं। सुबह से देर रात तक मालगाड़ी लोड करने का काम किया जा रहा है। इससे से 500 से 700 हम्मलों को रोजगार मिल रहा है।

50 मालगाड़ी यहां से गेहूं लेकर जाएंगी
स्टेशन के रैंक पॉइंट पर मालगाड़ी लगते ही गेहूं लोडिंग का काम शुरू हो गया। यह पहली रैंक लोड हो रही है। हरपालपुर रेलवे स्टेशन के रैंक पॉइंट से लगभग 50 मालगाड़ी यहां से गेहूं लेकर जाएगी। नागरिक आपूर्ति निगम के अधिकारियों ने बताया कि ये गेहूं भारत सरकार की डिमांड पर जिले के गोदामों से भारतीय खाद निगम की देखरेख में भेजा जाता है।

बांग्लादेश भी भेजा जाता है गेहूं
यह गेहूं वहां के रहवासियों को पीडीएस की राशन की दुकानों से वितरण किया जाएगा। भारतीय खाद्य निगम के अधिकारियों ने बताया कि अभी शुरुआत में पांच रैंक लोड हो चुकी है, छठवीं रैंक बुधवार को लोड होकर जाएगी, जबकि आधा दर्जन रैंक की डिमांड लगी हैं। यहां का गेंहू झारखंड, बंगाल, उड़ीसा, असम, अन्य राज्यों के अलावा बांग्लादेश भी भेजा जाता है।

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