बैतूल मंडी में दूसरे दिन भी हड़ताल: आज भी नहीं हुई खरीदी, हम्मालों, तुलावटियो का विरोध जारी, नई व्यवस्था को किसानों ने भी बताया अनुपयुक्त

[ad_1]
- Hindi News
- Local
- Mp
- Betul
- Even Today There Is No Purchase, The Opposition Of Hammals, Tulavatio Continues, The Farmers Also Told The New System That It Is Unsuitable
बैतूल5 घंटे पहले
हम्मालों और तुलावटियों के विरोध के बाद बैतूल कृषि मंडी में शुक्रवार को भी खरीदी नहीं हो सकी। मंडी में उपज लाने के पुरानी व्यवस्था लागू करने की मांग कर रहे किसान पहले ही अपना विरोध दर्ज करवा चुके है। अब व्यापारियों ने भी नई व्यवस्था को गैर जरूरी बताते हुए अपने हाथ खींच लिए है।
मंडी में गुरुवार से शुरू हुई हड़ताल का आज दूसरे दिन भी असर रहा। यहां न तो माल की खरीदी हुई और न तुलाई और बिक्री। जिसके चलते जरूरतमंद किसानों को परेशान होना पड़ा। किसानों ने बुधवार को कलेक्टोरेट पहुंचकर नई व्यवस्था का विरोध किया था। इस विरोध में अब हम्माल भी शामिल हो गए।
किसान चाहते है की मंडी में पहले जैसे ढेर लगाकर नीलामी की जाती थी। वैसी ही व्यवस्था लागू रहे। जबकि हम्माल चाहते है कि माल के वैसे ही ढेर लगे ताकि माल के ऑक्शन के बाद कांटा लगाकर तुलाईं हो सके। व्यापारी भी बोरे से निकालकर ढेर में उपज बेचने के समर्थन में है।
यह थी व्यवस्था
पहले खुले ढेर में ऑक्शन किया जाता था। उसके बाद व्यापारियों के कांटे लगते थे। बैतूल एसडीएम के बानापुरा में एसडीएम रहते उन्होंने वहां ट्राली की व्यवस्था लागू की थी। लेकिन वहां बड़े किसान होने के कारण यह ट्राली व्यवस्था उपयुक्त थी। चूंकि बैतूल में अधिकांश उपज किसानों से खरीदकर बिचौलिए मंडी लाते है। उनमें भी एक ट्राली में एक से ज्यादा उपज होती है।
ऐसे में ट्राली से उपज बेचने की व्यवस्था बैतूल मंडी के लिए अनुपयुक्त है। यहां सवाल यही है की छोटे किसान ट्राली में खुला माल कैसे लेकर आए। इससे उपज की तुलाई में भी समय लगेगा। इसी लिए मंडी में व्यापारियों ने बोली बंद कर दी है, तो हमालों ने उपज तौलना बंद कर दिया है।
यह है नई व्यवस्था
कृषि उपज मंडी बैतूल के प्रांगण में सोमवार से कृषकों की उपजों की ट्राली/वाहनों में नीलामी शुरू की गई थी। सोमवार से मंडी प्रांगण में आए कृषकों के वाहनों को निर्धारित कृषि उपजों के शेडों के आसपास कतारबद्ध लगवाकर तौल किया जा रहा था। संबंधित क्रेता व्यापारी अपनी क्रय की गई कृषि उपजों को निर्धारित शेडों में नीलामी के क्रमानुसार वाहनों से खाली करवाकर तौल कार्य करवा रहे थे।
कृषकों से अपील की गई है कि मंडी प्रांगण में अपनी खुली कृषि उपज को ट्राली/वाहन के माध्यम से विक्रय के लिए लाएं। ताकि शीघ्र नीलामी और तौल कार्य पूर्ण कर समय की बचत की जा सके। लेकिन इस नई व्यवस्था से किसानों को अधिक समय लग रहा है।

Source link