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इस बार जितिया के दौरान महिलाएं 35 घंटे तक निर्जला उपवास पर रहेंगी। 17 व 18 सितंबर को यह व्रत रखा जाएगा। कुम्हारसो निवासी पंडित चंद्र मोहन झा ने बताया कि नहाय-खाय 16 सितंबर को है। महिलाएं विशिष्ट भोजन(ओठगन) 16 सितंबर 12 बजे से 17 सितंबर के सूर्योदय से पहले तक करेंगी। उसके बाद महिलाओं का निर्जला व्रत शुरू हो जाएगा। पारण 18 सितंबर की शाम 4:49 बजे के बाद करना है। महिलाएं अपने संतान के दीर्घ जीवन और आरोग्य के लिए निर्जला व्रत रखती हैं।
- सुबह जल्दी उठकर स्नान करें
- स्नान आदि करने के बाद सूर्य नारायण की प्रतिमा को स्नान कराएं।
- धूप, दीप आदि से आरती करें और इसके बाद भोग लगाएं।
- मिट्टी और गाय के गोबर से चील व सियारिन की मूर्ति बनाएं।
- कुशा से बनी जीमूतवाहन की प्रतिमा को धूप-दीप, चावल, पुष्प आदि अर्पित करें।
- विधि- विधान से पूजा करें और व्रत की कथा अवश्य सुनें।
- व्रत पारण के बाद दान जरूर करें।
मुहूर्त-
जीवित्पुत्रिका रविवार, सितम्बर 18, 2022 को
अष्टमी तिथि प्रारम्भ – सितम्बर 17, 2022 को 02:14 पी एम बजे
अष्टमी तिथि समाप्त – सितम्बर 18, 2022 को 04:32 पी एम बजे

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