शरद पूर्णिमा महोत्सव का समापन: जयकारों से गूंजा शहर, रासमंडल से बंगला जी साहिब मंदिर पहुंची श्रीजी की सवारी

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पन्ना6 घंटे पहले

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मंदिरों की नगरी पन्ना में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय शरद पूर्णिमा महोत्सव का झीलना कार्यक्रम के बाद शुक्रवार के दिन संपन्न हो गया। समापन कार्यक्रम के बाद जैसे ही श्री प्राणनाथ जी की सवारी रास मंडल से बंगला साहिब की तरफ रवाना हुई तो धाम के धनी की जयकारों से समूचा मंदिर प्रांगण गुंजायमान हो उठा।

जानकारी के अनुसार पन्ना धाम में विजयादशमी से पंचमी तक अंतर्राष्ट्रीय शरद पूर्णिमा महोत्सव चलता है। उस दौरान श्री प्राणनाथ जी के मंदिर में 10 दिनों अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित होते हैं। इस दौरान शरद पूर्णिमा के दिन पूनम की महारात्रि में श्रीजी की सवारी रास मण्डल में विराजमान होती है, और इस दिन श्रीजी सवारी की एक झलक को पाने के लिए देश-विदेश हजारों सुंदरसाथ पन्ना पहुंचते हैं। उसके बाद मंदिर प्रांगण में रासमंडल में विराजित श्रीजी के दर्शन करते हैं, और फिर मंदिर प्रांगण में गरबा महोत्सव होता है। जिसके शुक्रवार पंचमी के दिन के भोर होते ही रास मंडल से विजयानंद बुद्ध निष्कलंक अवतार श्री प्राणनाथ जी (अखंड रास के रमइया) की सेवा बंगला साहिब में पधराने के साथ ही अंतर्राष्ट्रीय शरद पूर्णिमा का आयोजन भव्यता के साथ सम्पन्न हो गया।

दही से भरी मटकी लेकर नाचे सुंदरसाथ

परंपरानुसार शोभायात्रा के साथ सजी हुई मटकी में दही भरकर नाचते सुंदरसाथ श्रद्धालु नजर आए। इसमें एक तरफ जहां पुरुष श्रद्धालु मटकी लेकर अपने आप में मग्न थे। वहीं महिला श्रद्धालु की टोली भी मटकी ले-लेकर श्रीजी की रिझाने की कोशिश कर रही थी। यह दृश्य देखते ही बनता था। सभी श्रद्धालु एक बार अपने सिर में मटकी रखकर नाचने की कोशिश में दिख रहे थे।

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