बच्चों को किताबों की ओर लौटाने की यात्रा: 4 राज्यों में एक साथ निकाली गई विश्व रंग पुस्तक यात्रा, 5000 ग्राम पंचायत तक पहुंचेगी

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नीमच28 मिनट पहले
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मोबाइल और टेबलेट फोन के आने से बच्चों और किताबों के बीच की दूरी को खत्म हो गई है। रविंद्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय भोपाल 4 राज्यों बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड और मध्य प्रदेश में एक साथ विश्व रंग पुस्तक यात्रा निकाल रही है। विश्वरंग पुस्तक यात्रा का एक दल सोमवार को नीमच पहुंचा, जहां स्थानीय लोगों ने यात्रा का स्वागत किया।
यात्रा में शामिल यात्रा संयोजक शुभम चतुर्वेदी ने बताया कि विश्वरंग पुस्तक यात्रा संस्था के चेयरमैन संतोष चौबे की परिकल्पना थी। यह यात्रा पहली बार साल 2019 में निकाली गई थी। उसके बाद काफी अच्छा रिस्पॉन्स मिला और यह तय किया कि इस यात्रा को दोबारा निकाला जाए। उसके बाद चार राज्य बिहार, छत्तीसगढ़, झारखंड और मध्य प्रदेश के 11 स्थानों से यह यात्रा एक साथ निकाली गई। यह यात्रा 22 से 30 सितंबर तक आयोजित होगी।
5000 ग्राम पंचायत तक पहुंचेगी यात्रा
यह यात्रा 5000 ग्राम पंचायत तक पहुंचेगी। यात्रा का उद्देश्य मोबाइल फोन के आने से बच्चों और किताबों के बीच की दूरी खत्म करना, बच्चों के मन में पढ़ने के लिए लालसा जागृत करना और साहित्यकारों को एक पटल पर लाकर उनकी रचनाओं को लोगों के बीच पहुंचाना है।
आज नीमच पहुंची यात्रा
यह यात्रा नवंबर में विश्व रंग कार्यक्रम के साथ समाप्त होगी। यात्रा का आयोजन रविंद्र नाथ टैगोर विश्वविद्यालय के माध्यम से किया है। आज यात्रा नीमच पहुंची है और नीमच के पंचायत क्षेत्र में भ्रमण कर मंदसौर व रतलाम के लिए रवाना होगी।
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