Chhattisgarh

बघेरा स्कूल में रायपुर की टीम ने गणित विज्ञान और कला टीएलएम कॉर्नर देखा

सहायक संचालक समग्र शिक्षा राज्य परियोजना कार्यालय रायपुर डॉ.एम सुधीश, एपीसी समग्र शिक्षा रायपुर राजकुमार चाफेकर की टीम राजनांदगांव जिले के ग्राम बघेरा पहुंची। माध्यमिक शाला बघेरा के गणित, विज्ञान व कला टीएलएम कॉर्नर का अवलोकन किया। विज्ञान मॉडल के बारे में बच्चों से जानकारी ली। मॉडल को दैनिक रूप में उपयोगी बताया।

संस्कृत को सरल सुगम बनाने, बीज गणित की कठिन अवधारणाओं को सरल तरीके से समझाने के लिए और विज्ञान को प्रयोगिक तरीके से पढ़ाने के लिए शिक्षिका प्रीति शर्मा, मधुलिका विश्वकर्मा व सुनीता ठाकुर, संजीव कुमार जांगड़े की प्रशंसा की।

एक पेड़ मां के नाम अभियान 2.0 के तहत डॉ. एम सुधीश ने स्कूल के इको क्लब के बच्चों के साथ मिलकर पौधे लगाए। सरपंच ऐश्वर्या देशमुख, शाला विकास समिति अध्यक्ष दुर्जन लाल देवांगन, माध्यमिक शाला समिति अध्यक्ष नेम बाई साहू ने भी स्कूल में पौधरोपण किया। सभी पौधों में ट्री गार्ड और स्कैनर लगाए गए। इस दौरान राजनांदगांव के जिला मिशन समन्वयक सतीश ब्योहरे, एपीसी मोहम्मद रफीक अंसारी, दुर्ग के एपीसी विवेक शर्मा मौजूद थे।

बघेरा स्कूल में रायपुर की टीम ने गणित विज्ञान और कला टीएलएम कॉर्नर देखा

सहायक संचालक समग्र शिक्षा राज्य परियोजना कार्यालय रायपुर डॉ.एम सुधीश, एपीसी समग्र शिक्षा रायपुर राजकुमार चाफेकर की टीम राजनांदगांव जिले के ग्राम बघेरा पहुंची। माध्यमिक शाला बघेरा के गणित, विज्ञान व कला टीएलएम कॉर्नर का अवलोकन किया। विज्ञान मॉडल के बारे में बच्चों से जानकारी ली। मॉडल को दैनिक रूप में उपयोगी बताया।

संस्कृत को सरल सुगम बनाने, बीज गणित की कठिन अवधारणाओं को सरल तरीके से समझाने के लिए और विज्ञान को प्रयोगिक तरीके से पढ़ाने के लिए शिक्षिका प्रीति शर्मा, मधुलिका विश्वकर्मा व सुनीता ठाकुर, संजीव कुमार जांगड़े की प्रशंसा की।

एक पेड़ मां के नाम अभियान 2.0 के तहत डॉ. एम सुधीश ने स्कूल के इको क्लब के बच्चों के साथ मिलकर पौधे लगाए। सरपंच ऐश्वर्या देशमुख, शाला विकास समिति अध्यक्ष दुर्जन लाल देवांगन, माध्यमिक शाला समिति अध्यक्ष नेम बाई साहू ने भी स्कूल में पौधरोपण किया। सभी पौधों में ट्री गार्ड और स्कैनर लगाए गए। इस दौरान राजनांदगांव के जिला मिशन समन्वयक सतीश ब्योहरे, एपीसी मोहम्मद रफीक अंसारी, दुर्ग के एपीसी विवेक शर्मा मौजूद थे।

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