UPSC success Story: बस कंडक्टर के बेटे ने पास की UPSC, 4 बार की असफलता भी नहीं तोड़ पाई हौसला

Siddalingappa K Pujaar Success story: भारत में सबसे मुश्किल परीक्षा संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा है। लाखों अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होते हैं। कामयाबी सिर्फ हजार से भी कम होते हैं। हर किसी यूपीएससी टॉपर्स की सक्सेस स्टोरी में अपना अलग ही संघर्ष है।
कर्नाटक के सिद्धालिंगप्पा के पुजार की यूपीएससी यात्रा उन लोगों के लिए प्रेरणादायी है, जो घर की कमजोर आर्थिक स्थिति को कोसते हैं और मेहनत करना छोड़ देते हैं। सिद्धालिंगप्पा के पुजार बस कंडक्टर के बेटे हैं। अब यूपीएससी की सिविल सेवा परीक्षा 2022 पास की है।
सिद्धालिंगप्पा के पुजार कर्नाटक के धारवाड़ जिले के अग्निगेरी के रहने वाले हैं। पुजार ने संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सेवा परीक्षा 2022 में 589वीं रैंक हासिल की है। खास बात यह है कि यह पुजार का पांचवां प्रयास था। मीडिया से बातचीत में सिद्धालिंगप्पा के पुजार के पिता सिद्धप्पा कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम (केएसआरटीसी) में बस कंडक्टर हैं। बेटे के यूपीएससी टॉपर बनने पर सिद्धप्पा की खुशी का ठिकाना नहीं रहा।
सिद्धालिंगप्पा के पुजार को यूपीएससी में चार बार असफलता मिली। इतनी बार फेल होने के बावजूद हिम्मत नहीं हारी और ना ही मेहनत करना छोड़ा। पहले के चार प्रयासों में एक बार भी इंटरव्यू तक नहीं पहुंच पाए। पांचवें प्रयास में सफलता मिल गई। सिद्धालिंगप्पा के दो छोटे भाई है। एक भाई खेती करता है जबकि दूसरा चालक है। पिता ने बताया कि बेटा सिद्धालिंगप्पा बचपन से ही मेघावी रहे हैं। साधन-सुविधा की कमी के बावजूद यूपीएससी क्रैक कर डाली।